अपनी जमीन पर कब्जे के लिए भटक रहा है बाल वैज्ञानिक
रांची : पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों सम्मानित बाल वैज्ञानिक साजिद अंसारी इन दिनों अपनी जमीन पर कब्जा के लिए दर-दर भटक रहा है. ज्ञात हो कि साजिद अंसारी ने जमीन के लिए झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल मो सैयद अहमद के पास आवेदन दिया था. राजभवन की पहल […]
रांची : पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों सम्मानित बाल वैज्ञानिक साजिद अंसारी इन दिनों अपनी जमीन पर कब्जा के लिए दर-दर भटक रहा है. ज्ञात हो कि साजिद अंसारी ने जमीन के लिए झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल मो सैयद अहमद के पास आवेदन दिया था. राजभवन की पहल के बाद साजिद को जिला प्रशासन ने 2013 में रातू के फुटकल टोली में तीन डिसमिल गैरमजरूआ जमीन बंदोबस्त किया था. 2015 तक इसकी अद्यतन रसीद भी काटी गयी है.
साजिद ने लगान भी जमा किया है. उसी समय से साजिद के पिता मो कलीम अंसारी घर बनाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन जमीन का कारोबार करने वाले आसपास के कुछ लोग उन्हें घर बनाने नहीं दे रहे हैं. चहारदीवारी निर्माण पर भी रोक लगा दी गयी है. इस मामले को लेकर साजिद के पिता जिला प्रशासन के अधिकारियों के पास जा चुके हैं. कांके के सीओ ने दो-दो बार अमीन भेज कर जमीन की मापी करायी है, लेकिन जब वह काम कराने जाते हैं, तो वहां के कुछ स्थानीय लोग उन्हें काम कराने नहीं देते है.रांची के वर्तमान एसडीओ भोर सिंह यादव भी वहां जाकर साजिद के पिता को घर का काम शुरू करने को कह चुके हैं.
अब प्रशासन ने ही भेज दिया नोटिस
जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा घर बनाने का आश्वासन देने के बाद अब एसडीओ कोर्ट से नोटिस भेजा गया है. नोटिस साजिद के पिता कलीम के नाम से भेजा गया है, जबकि जमीन साजिद के नाम से है. 20 मई को कलीम को एसडीओ के यहां उपस्थित होने को कहा गया है. एसडीओ कोर्ट से शेख जलाउद्दीन अंसारी की शिकायत पर नोटिस भेजा गया है.
अनाज से कचरा हटाने की मशीन बनायी थी
साजिद ने 2011 में अनाज से कचरा हटाने वाली मशीन बनायी थी. इसके लिए 11.11.2011 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने उसे सम्मानित किया था. वहीं राष्ट्रपति प्रवण मुखर्जी ने साजिद को सात मार्च 2013 को सम्मानित किया था. तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल भी साजिद को राष्ट्रपति भवन बुलायी थी और काफी देर तक बात की थी. साजिद अभी गुरुनानक स्कूल से 12वीं कक्षा का एक्जाम दिया. उसके पिता सिलाई कर बच्चों का पालन पोषण करते हैं.