45 साल पहले बसी कॉलोनी में नहीं बिछी है पाइप लाइन
रांची : रांची रेलवे स्टेशन के समीप स्थित अमरावती काॅलोनी में 200 से अधिक मकान हैं. हर साल गरमी के दिनों में यहां गंभीर जल संकट उत्पन्न हो जाता है. फिलहाल, काॅलोनी के 80 फीसदी कुंए सूख चुके हैं. एक सरकारी ट्यूबवेल है, लेकिन इसके पानी का इस्तेमाल कोई नहीं करता है. खास बात यह […]
रांची : रांची रेलवे स्टेशन के समीप स्थित अमरावती काॅलोनी में 200 से अधिक मकान हैं. हर साल गरमी के दिनों में यहां गंभीर जल संकट उत्पन्न हो जाता है. फिलहाल, काॅलोनी के 80 फीसदी कुंए सूख चुके हैं. एक सरकारी ट्यूबवेल है, लेकिन इसके पानी का इस्तेमाल कोई नहीं करता है.
खास बात यह है कि स्टेशन से सटी पंचवटी काॅलोनी तक पाइप लाइन से जलापूर्ति की सुविधा है. जबकि, इससे 500 फीट दूर बसी अमरवती कॉलोनी के लोगों पानी के लिए नगर निगम से भाड़े का टैंकर मंगाते हैं. जिन घरों की बोरिंग 300 फीट से अधिक है, उनकी स्थिति थोड़ी ठीक-ठाक है.
कई और समस्याएं भी हैं : अमरावती कॉलोनी में नगर निगम की अोर से नियमित सफाई भी नहीं करायी जाती है. कॉलोनी में जहां-तहां कचरे का ढेर और गंदगी से जाम नालियां नजर आती हैं.
बारिश में जल जमाव की भी स्थिति बनी रहती है. तत्कालीन विधायक जेपी गुप्ता के समय में यहां पीसीसी सड़क बनी थी. उसके बाद दोबारा कभी इसकी मरम्मत नहीं हुई है. काॅलोनी में 20 फीट की चौड़ी सड़क के लिए लोगों ने दोनों तरफ (आठ-आठ फीट) अपनी जमीन सरकार को दी थी. मौजूदा समय में 20 फीट की सड़क कहीं-कहीं गली में तब्दील हो गयी है, जहां दो गाड़ियां भी ढंग से नहीं निकल पाती हैं. कॉलोनी में 15 से अधिक स्ट्रीट लाइट लगे हुए हैं, लेकिन इनमें से कोई भी जलता नहीं है. कॉलोनी के एक छोर पर रेलवे काॅलोनी की चौड़ी नाली गुजर रही है, जिसमें कई लोग गिर कर घायल हो चुके हैं. वार्ड पार्षद या अन्य जनप्रतिनिधि इन समस्याओं को लेकर आगे नहीं आते हैं.