रिनपास डीआरसी भंग

रांची : रिनपास प्रबंध समिति के अध्यक्ष सह दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त प्रदीप कुमार ने गुरुवार को रिनपास के प्रभारी निदेशक डॉ सुभाष सोरेन द्वारा गठित डीआरसी (डिपार्टमेंटल रिसर्च काउंसिल) को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है. साथ ही रिनपास के वरीय लेखा पदाधिकारी जेएन मांझी को प्रभारी निदेशक द्वारा कार्य मुक्त किये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2017 9:30 AM
रांची : रिनपास प्रबंध समिति के अध्यक्ष सह दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त प्रदीप कुमार ने गुरुवार को रिनपास के प्रभारी निदेशक डॉ सुभाष सोरेन द्वारा गठित डीआरसी (डिपार्टमेंटल रिसर्च काउंसिल) को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है. साथ ही रिनपास के वरीय लेखा पदाधिकारी जेएन मांझी को प्रभारी निदेशक द्वारा कार्य मुक्त किये जाने के आदेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाते हुए प्रभारी निदेशक डॉ सोरेन से स्पष्टीकरण मांगा है. आयुक्त ने निदेशक को 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा है. आयुक्त की इस कार्रवाई से रिनपास में हड़कंप मच गया है. पीएचडी/एमफिल नामांकन परीक्षा व साक्षात्कार में गड़बड़ी को लेकर रिनपास के प्रभारी निदेशक पर शिकंजा लगातार कसता जा रहा है.
आयुक्त ने रिनपास से कई महत्वपूर्ण फाइल अपने पास मंगा ली है, जबकि कई फाइलों को खोजा जा रहा है. रिनपास डीआरसी में रिनपास के नैदानिक मनोविज्ञान के अपर प्राध्यापक डॉ जय प्रकाश अध्यक्ष हैं, जबकि सदस्य के रूप में मनोचिकित्सा विभाग की अपर प्राध्यापक सह पूर्व निदेशक डॉ जयंती सिमलइ, मनो सामाजिक कार्य विभाग की सह प्राध्यापक डॉ मनीषा किरण अौर मनोचिकित्सा विभाग के अपर प्राध्यापक डॉ सुभाष सोरेन थे. डीआरसी के गठन से संबंधित अधिसूचना को प्रभारी निदेशक डॉ सुभाष सोरेन ने ही जारी किया है, जबकि डॉ सोरेन स्वयं डीआरसी में बतौर सदस्य थे. डीआरसी का गठन छह फरवरी 2016 को किया गया था.

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