नहीं मिल रहे रेवेन्यू स्टांप
रांची: राजधानी रांची में रेवेन्यू स्टांप की किल्लत हो गयी है. पहले यह डाकघरों से आमलोगों को मिलता था. अब एक रुपये का रेवेन्यू स्टांप जिला समाहरणालय के स्टांप वेंडरों के मार्फत उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन फिलहाल समाहरणालय और कचहरी परिसर में स्टांप वेंडर भी रेवेन्यू स्टांप नहीं बेच रहे हैं. कचहरी परिसर […]
रांची: राजधानी रांची में रेवेन्यू स्टांप की किल्लत हो गयी है. पहले यह डाकघरों से आमलोगों को मिलता था. अब एक रुपये का रेवेन्यू स्टांप जिला समाहरणालय के स्टांप वेंडरों के मार्फत उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन फिलहाल समाहरणालय और कचहरी परिसर में स्टांप वेंडर भी रेवेन्यू स्टांप नहीं बेच रहे हैं. कचहरी परिसर में निबंधित स्टांप वेंडर सिर्फ 10 रुपये, 20 रुपये और 500 रुपये का गैर न्यायिक स्टांप पेपर ही बेच रहे हैं.
रेवेन्यू स्टांप पिछले एक-डेढ़ महीने से लोगों को नहीं मिल रहा है. पूर्व में राजधानी के सभी डाकघरों, उप डाकघरों में अन्य स्टांप के साथ-साथ रेवेन्यू स्टांप भी लोगों को आसानी से मिल जाता था. केंद्र सरकार ने पांच हजार रुपये से अधिक के भुगतान को लेकर कैशलेस व्यवस्था का अधिक से अधिक उपयोग करने की हिदायत दी है. दैनिक मजदूरी में लगे लोगों को भी महीने का भुगतान अथवा पाक्षिक भुगतान बैंक खातों के जरिये ही करने को कहा गया है.
क्या हो रही है परेशानी
कैशलेस व्यवस्था लागू होने की वजह से अब पांच हजार रुपये तक के भुगतान के लिए रेवेन्यू स्टांप जरूरी कर दिया गया है. इतना ही नहीं बैंकों से मिलनेवाले कर्ज और उसके नियम-कानून के लिए भी रेवेन्यू स्टांप की जरूरत होती है. रेवेन्यू स्टांप के नहीं मिलने से संवेदकों, आमलोगों, व्यापारियों, लघु उद्यमियों को नगद भुगतान में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.