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VIDEO : प्रभात खबर सुर संध्या : सुखविंदर के गीतों पर झूम उठी रांची, देखें तसवीरें
हजारों लोगों की भीड़ से भरा था खेलगांव (होटवार) का बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम. मौका था प्रभात खबर के आयोजन सुर संध्या का. स्टेडियम के बीच में बनाये गये शानदार मंच पर झीनी रोशनी के बीच बना जादुई माहौल. ऐसे में हुआ सुरों के सरताज सुखविंदर के मंच पर आगमन. फिल्म बिल्लू के गाने मरजानी…मरजानी…के […]
हजारों लोगों की भीड़ से भरा था खेलगांव (होटवार) का बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम. मौका था प्रभात खबर के आयोजन सुर संध्या का. स्टेडियम के बीच में बनाये गये शानदार मंच पर झीनी रोशनी के बीच बना जादुई माहौल. ऐसे में हुआ सुरों के सरताज सुखविंदर के मंच पर आगमन. फिल्म बिल्लू के गाने मरजानी…मरजानी…के साथ मंच पर आगाज करने वाले सुखविंदर के सुरों पर रांची झूम उठी. फिर एकेडमी और ग्रैमी अवार्ड विनर गाना जय हो…जय हो…पर भारत का झंडा लहराते सुखविंदर और भारत माता का जयकारा लगाते हजारों लोगों की ध्वनि से उपजता जोश रोयें खड़े कर दे रहा था.
फिल्म बिल्लू के गाने मरजानी…मरजानी…के साथ मंच पर हुआ सुखविंदर का आगाज
आजा…आजा…दिल निचोड़े से रांची में सुखविंदर के गीतों का सफर अंजाम तक पहुंचा
बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम में उमस भरी दोपहरी के बाद ठंडी हवाओं के साथ ढलती शाम संगीतमय संध्या को अपने आगोश में लेती जा रही थी. सुखविंदर सिंह के लिए सुखी…सुखी…की आवाज लगाते दर्शक माहौल को और भी संगीतमय बना रहे थे. मंच पर सुखविंदर का साथ दे रही थीं इंडियन आइडल फेम भारती गुप्ता. इसके बाद फिल्म रईस के गाने उड़ी-उड़ी जाये…ने लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया. रब ने बना दी जोड़ी के गीत हौले-हौले हवा चलती है…हौले-हौले नशा चढ़ता है…ने लोगों को संगीत के नशे में डुबो दिया. धौनी के शहर में सुखविंदर क्रिकेट से कैसे दूर रहते. चक दे इंडिया के नस फड़का देने वाले गीत कुछ करिये…कुछ करिये..गुनगुनाते हुए सुखविंदर ने हाथों में बल्ला थाम लिया. दर्शकों के बीच बैठे बच्चों को मंच पर बुला लिया. अब बारी थी थोड़ी मस्ती की.
फिल्म ओंकारा का गाना बीड़ी जलइले जिगर से पिया…जिगर में बड़ी आग है…पर पूरा स्टेडियम तालियों की गरगराहट से गूंज उठा. सुखविंदर और भारती की आवाज लोगों के दिलों में उतरती जा रही थी. इसके बाद सुखविंदर का पहला सुपरहिट गीत जिनके सिर हो इश्क की छांव…वो यार मेरा सैयां-सैयां…चल छैयां…छैयां…छैयां…चल छैयां…छैयां…पर स्टेडियम में बैठे लोग झूम उठे. लोग मंच की तरफ देख कर चिल्ला रहे थे. गा रहे थे. विशाल भारद्वाज के धुनों से सजे गीत आजा…आजा…दिल निचोड़े से रांची में सुखविंदर के गीतों का सफर अंजाम तक पहुंचा. इसके पहले प्रभात खबर के एमडी केके गोयनका ने लोगों का स्वागत किया.
कार्यकारी निदेशक आरके दत्ता, वरिष्ठ संपादक अनुज सिन्हा और बिजनेस हेड विजय बहादुर ने सुखविंदर और उनकी टीम को सम्मानित किया. कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार, हटिया के विधायक नवीन जायसवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, राज्यपाल के प्रधान सचिव संतोष सतपथी, ग्रामीण विकास सचिव एनएन सिन्हा, कैबिनेट सचिव एसएस मीणा, एडीजी आरके मल्लिक, रांची के एसएसपी कुलदीप द्विवेदी आदि थे.
धौनी के शहर में सचिन का गाना गा कर खुश हूं
पार्श्वगायक सुखविंदर सिंह ने कहा कि वे धौनी के शहर में सचिन का गाना गा कर काफी खुश हुए. वे कहते हैं कि खेल का कोई धर्म नहीं होता है. खेल में कोई हिंदू, सिख, ईसाई व मुसलमान नहीं होता है. मैं बहुत खुशनसीब हूं कि धौनी के शहर में हूं. कार्यक्रम खत्म होने के बाद सुखविंदर दर्शकों से अपने दिल की बात कह रहे थे. वो कहते हैं संगीत ही मेरी इबादत है, पूजा है. सात सुरों से काेई ऊपर नहीं है. मैं जिंदगी में हमेशा कोशिश करता हूं कि गलत न कहूं व गलत न करूं. देश ही मेरा सबकुछ है.
यहां के लोग संगीतप्रेमी
सुखविंदर ने कहा कि रांची के लोग संगीतप्रेमी हैं. सात वर्ष पूर्व भी जब वह नेशनल गेम्स की ओपनिंग में अाये थे, तब उन्हें रांची के लोगों के सामने गाने का मौका मिला था. रांची के लोग जबरदस्त संगीतप्रेमी हैं. आज भी रांची झूम रही है.
चक दे हो चक दे इंडिया… पर गूंज उठा स्टेडियम
रांची. गायक सुखविंदर सिंह ने जैसे ही चक दे हो चक दे इंडिया… गाना शुरू किया, वैसे ही पूरा स्टेडियम तालियों की गरगराहट से गूंज उठा. माहौल तब और मजेदार हो गया, जब गायक ने बच्चों को मंच पर आमंत्रित किया. फिर बैट भी आ गया और बॉल भी. एक बच्चा बैट्समैन बना और सुखविंदर बॉल पर बॉल डालते रहे. साथ-साथ गाना भी सुनाते रहे. इस दौरान बच्चों ने खूब मस्ती की. इस बीच सुखविंदर ने एक छोटी बच्ची को गोद में उठाया और चक दे इंडिया गाना गाने लगे. फिर क्या था-पूरा स्टेडियम चक दे हो चक दे इंडिया… से गूंजने लगा. डांसरों की टोली के साथ सुखविंदर हाथों में तिरंगा लहराते हुए गाते रहे. दर्शक भी गाने पर झूमते रहे.
यहां के लोग संगीतप्रेमी
सुखविंदर ने कहा कि रांची के लोग संगीतप्रेमी हैं. सात वर्ष पूर्व भी जब वह नेशनल गेम्स की ओपनिंग में अाये थे, तब उन्हें रांची के लोगों के सामने गाने का मौका मिला था. रांची के लोग जबरदस्त संगीतप्रेमी हैं. आज भी रांची झूम रही है.
संगीतमय संध्या में योगासन के साथ नागपुरी तड़का
रूमाल उड़ाय-उड़ाय के मोके… : सुखविंदर सिंह के कार्यक्रम से पूर्व दर्शकों के मनोरंजन के लिए स्थानीय कलाकारों ने बेहतरीन प्रस्तुति दी. लगभग छह बजे से योग के विभिन्न अासनों के बीच नागपुरी गीतों की प्रस्तुति शुरू हुई. झारखंड के बेहतरीन फनकारों में शुमार मोनिका मुंडू और उनके ग्रुप शालीन की ओर से मन को मोह लेने वाली उम्दा प्रस्तुति पेश की गयी. मोनिका मुंडू ने सुनीता राव के द्वारा गाये गये एलबम धुआं के हिंदी गीत परी हूं मैं… से कार्यक्रम की शुरुआत की. मोनिका ने लगभग आठ गाने गाये. ढोल, ड्रम, गिटार की तुकबंदी के साथ उन्होंने रूमाल उड़ाय-उड़ाय के मोके बुलायला नागपुरी गीत पेश कर लोगों का मनोरंजन किया.
संगीत के बीच योग के आठ आसन : मूल संगीत कार्यक्रम से पूर्व रांची स्कूल ऑफ योगा के विद्यार्थियों ने योग के विभिन्न अासन पेश किये.म्यूजिक की धुन पर योग करते लगभग 16 बच्चों ने योग का संदेश दर्शकों तक पहुंचाया. चार छोटे-छोटे योग साधकों ने अपने योग आसनों पर दर्शकों को दांतों तले उंगली दबाने पर विवश कर दिया. लगभग 20 मिनट की प्रस्तुति में योग साधकों ने सूर्य नमस्कार, पद्मासन समेत योग के आठ आसन प्रस्तुत किये.
युवाओं में दिखा गजब का उत्साह
श्राेताओं ने की चल छैयां, छैयां की मांग
युवा प्लेबैक सिंंगर सुखविंदर के गीतों का आनंद उठाने के लिए शाम चार बजे से ही लोग स्टेडियम आने लगे थे. शाम छह बजते-बजते स्टेडियम की अधिकांश सीटें भर गयी थीं. इस बीच सुखविंदर के स्टेज पर आने की घोषणा होते ही युवा जोर-जोर से चिल्लाने लगे. उनका उत्साह देखते ही बन रहा था. सुखविंदर के आते ही श्राेता चल छैयां, छैयां गीत की मांग करने लगे.
ग्रुप बना कर नाच रही थीं युवतियां
सुखविंदर के गानों पर स्टेडियम में बैठी युवतियां ग्रुप बना कर नाचती दिखीं. सुखविंदर के हर गीत पर युवतियां अपने अंदाज में नृत्य कर रही थीं. सुखविंदर ने जैसे ही चल छैयां, छैयां गीत गाना शुरू किया लड़कियां स्टेज तक पहुंचने का प्रयास करने लगीं, हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया. युवतियां सुखविंदर का फोटो अपने मोबाइल में कैद कर रही थीं.
सुखविंदर के चार हीरे
शनिवार की शाम प्लेबैक सिंगर सुखविंदर के नाम रही. उनके सुरों को लय देने वाली म्यूजिशियन टीम में 10 से अधिक कलाकार थे. सुखविंदर की म्यूजिशियन टीम की खास बात यह है कि इनमें अधिकतर कलाकार जाने-माने पार्श्वगायकों के लिए संगत कर चुके हैं. कई लोग लता व आशा भोंसले के साथ रह चुके हैं. सबकी अपनी-अपनी खासियत है.
सुखविंदर की म्यूजिशियन टीम में एक से बढ़ कर एक कलाकार
जानिये इन म्यूजिशियन को
अमर प्रभाकर देसाई की-बोर्ड प्लेयर
अमर प्रभाकर पिछले छह साल से सुखविंदर के साथ स्टेज शो कर रहे हैं. अमर मराठी फिल्म मानुष एक माटी, मराठी फिल्म गर्भ व सम्भाजी में म्यूजिक डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुके हैं. मराठी फिल्मों के अलावा अमर हिंदी फिल्म हल्ला बोल, ब्लैक एंड ह्वाइट व इकबाल में भी म्यूजिक डायरेक्टर की भूमिका में रहे.
श्याम एडवंकर पर्कशन प्लेयर
वाद्ययंत्र पर्कशन के मास्टर माने जाने वाले श्याम एडवंकर इंडिया में पर्कशन वाद्ययंत्र के ब्रांड एंबेसडर हैं. पर्कशन वाद्ययंत्र जर्मनी की कंपनी मैनल बनाती है. श्याम ने बाजीराव मस्तानी, अमीर खान की पीके व काबिल में पर्कशन बजाया है. ये बेनी ग्रे जैसे दुनिया के मशहूर ड्रम प्लेयर के साथ संगत कर चुके हैं.
नरेंद्र
गिटार प्लेयर
सुखविंदर की म्यूजिशियन टीम के फाउंडर मेंबर रह चुके नरेंद्र पिछले 22 वर्षों से टीम में गिटार बजा रहे हैं. इन्होंने अपनी टीम के साथ दो दर्जन से अधिक देशों के दर्शकों को गिटार की धुन पर नचाया है. उन्होंने सारे गामा पा, इंडियन आइडल में भी अपनी उपस्थिति बनायी है. लता मंगेशकर के साथ भी काम करने का मौका इन्हें मिला है.
अमित देसाई
ड्रमर
सुखविंदर सिंह की टीम अमित देसाई के ड्रम के बिना अधूरी है. पंचम दा के साथ काम कर चुके अमित व अमर देसाई दोनों जुड़वां हैं. इनके पिता भी बेहतरीन सेक्सोफोन वादक हैं. अमित जाने-माने संगीतकार नदीम-श्रवण, आनंद-मिलिंद के साथ भी काम कर चुके हैं. इनकी अपनी भी आर्केस्ट्रा टीम है.
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