बच्चा चोरी की अफवाह रोकने के लिए जागरूकता अभियान
सतर्कता. एसएसपी ने जारी किया 13 बिंदुओं पर आदेश रांची : राजधानी के आसपास के इलाके में बच्चा चोरी की अफवाह के चलते कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन सतर्क है. एसएसपी ने संबंधित थाना क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है. एसएसपी ने लोगों को जागरूक करने के लिए […]
सतर्कता. एसएसपी ने जारी किया 13 बिंदुओं पर आदेश
रांची : राजधानी के आसपास के इलाके में बच्चा चोरी की अफवाह के चलते कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन सतर्क है. एसएसपी ने संबंधित थाना क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है. एसएसपी ने लोगों को जागरूक करने के लिए 13 बिंदुओं पर आदेश भी जारी किया है.
उल्लेखनीय है कि हाल में जमशेदपुर और सरायकेला में बच्चा चोरी की अफवाह के कारण सात लोगों की हत्या की जा चुकी है. इसके अलावा तमाड़ थाना क्षेत्र में चार लोगों के साथ मारपीट की जा चुकी है. तमाड़ में सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की थी. अगर पुलिस ने कार्रवाई में लेट की होती, तब बड़ी घटना हो सकती थी. दोबारा कोई घटना न हो, इसलिए एसएसपी ने लोगों को जागरूक करने के लिए आदेश जारी किया है.
विशेष समुदाय को टारगेट कर हिंसा की घटना न हो
सभी सोशल मीडिया साइट पर विशेष ध्यान रखा जाये. संबंधित ग्रुप के एडमिन को बुला कर अफवाह को रोकने के लिए जागरूक किया जाये.
विभिन्न प्रचार माध्यमों के जरिये अफवाह पर लोगों को विश्वास नहीं करने के लिए आश्वस्त किया जाये.
थाना प्रभारी, बीडीओ, सीओ, मुखिया, प्रधान पंचायत सेवक, आंगनबाड़ी सेविका के साथ बैठक कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास करें.
ऐसे क्षेत्र जहां अनुसूचित जनजाति के लोग रहते हैं. वहां पाहन और मुंडा के साथ मिल कर सभा कर लोगों को जागरूक किया जाये.
बच्चा चोरी की अफवाह की आड़ में किसी विशेष समुदाय को टारगेट कर हिंसा की घटना न हो, इसे भी ध्यान में रख कर आवश्यक कार्रवाई की जाये.
थाना और ब्लॉक को विभिन्न सेक्टर में बांट कर मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्त कर की जा रही कार्रवाई की जानकारी गांव के अंतिम व्यक्ति को दी जाये.
अभी भी कई गावों में डुगडुगी बजा कर प्रचार-प्रचार किया जाता है. इस माध्यम से भी प्रचार-प्रचार किया जाये, ताकि गांव के अंतिम व्यक्ति तक संदेश पहुंचे.
किसान पोर्टल पर भी संदेश भेज कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाये.
रेडियो, दूरदर्शन और सिनेमाघरों के माध्यम से लोगों को अफवाह पर विश्वास न करने की जानकारी दी जाये.
ई-पंचायत (प्रज्ञा केंद्र) में उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी मुखिया के साथ संपर्क कर लोगों को जागरूक किया जाये.
लाउडस्पीकर, डुगडुगी और पंपलेट के माध्यम से क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये.
क्षेत्र में लगनेवाले साप्ताहिक हाट-बाजार में भी प्रचार-प्रसार की व्यवस्था की जाये.