प्रणव, रांची़ एक आरक्षी व उसकी पत्नी सहित दर्जनों लोगों से रांची में करोड़ों रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. हालांकि इस मामले में लोअर करमटोली निवासी मीना लकड़ा ने ही लालपुर थाना में अब तक शिकायत की है. इनके मुताबिक इनसे और इनके पति से 47 लाख 60 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गयी है. आरोप है कि इस धोखाधड़ी को राजस्थान के मुकुांदगढ़, झुंझुनू निवासी सुनील कुमार ने अंजाम दिया है. शिकायत में मीना लकड़ा ने कहा है कि मेरे पारिवारिक मित्र बिपिन किशोर लकड़ा (रायडीह गुमला निवासी) ने बताया कि मेरी बहन सरोज लकड़ा के पति सुनील कुमार बरियातू में रहते हैं. वे वहां पर शेयर मार्केट में पैसा लगाने का काम करते हैं. इसके बदले 10 प्रतिशत ब्याज देते हैं. मैंने भी वहां पर पैसा लगाया है. हमें समय पर पैसा मिलता है. जिससे मुझे कोई कमी नहीं है. इसके बाद हमें भी बिपिन ने पैसा लगाने को कहा. इसके बाद मैंने अपने खाते से 19 लाख 50 हजार व पति ने 28 लाख 10 हजार रुपये 19 अक्तूबर 2023 से 21 अप्रैल 2024 तक सुनील कुमार के खाते में ट्रासंफर कर दिया. इसके बाद सुनील ने बताया कि उसने सारा पैसा शेयर मार्केट में डाल दिया है. इसका ब्याज तुरंत ही खाते में भेज देंगे. मीना लकड़ा ने कहा कि हमारे अलावा दर्जनों लोगों से सुनील ने करोड़ों रुपये की ठगी की है. घटना को अंजाम देकर हो गया फरार : मीना ने कहा कि पांच अगस्त 2024 की रात बिपिन किशोर लकड़ा ने फोन कर बताया कि मेरा जीजा सुनील कुमार बरियातू स्थित घर से कचहरी जाने के नाम पर निकला है. लेकिन अभी तक घर लौट कर नहीं आया है. उसका मोबाइल नंबर भी स्वीच ऑफ आ रहा है. छह अगस्त की सुबह हमलोग बरियातू स्थित सुनील के किराये वाले घर पर गये. वहां सुनील की पत्नी सरोज लकड़ा थी. उसने बताया कि सुनील कुमार अपना सामान, मोबाइल, पर्स, चेकबुक, पासबुक, ट्रॉली बैग व शादी का गहना व अन्य लोगों के शेयर मार्केट के नाम पर जमा पैसा लेकर भाग गया है. इससे पहले सुनील ने हमें पांच लाख रुपये का चेक दिया था. जिस पर उसका हस्ताक्षर सही नहीं के कारण मेरे खाते में पैसा ट्रांसफर नहीं हुआ. पुलिस मुख्यालय ने दिया निर्देश : मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने सभी प्रक्षेत्रीय आइजी, रेंज डीआइजी, जिलों के एसएसपी व एसपी को पत्र लिखा है कि पुलिस पदाधिकारी व पुलिसकर्मी अधिक लाभ पाने की लालसा में अन्य व्यक्तियों के बहकावे व प्रलोभन में आकर शेयर मार्केट या अन्य जगह पर बिना गहराई से जानकारी प्राप्त किये अपनी मेहनत की जमा पूंजी निवेश कर देते हैं. जिससे उन्हें आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ता है. पुलिस मुख्यालय में पदस्थापित एक आरक्षी के साथ भी इस प्रकार की घटना घटित हुई है. इसलिए निर्देश दिया जाता है कि इस प्रकार के मामलों में अपने अधीनस्थ सभी पदाधिकारी व पुलिसकर्मियों को जागरूक करें. ताकि भविष्य में कोई पुलिस पदाधिकारी व कर्मी बहकावे में आकर अपनी मेहनत की कमाई न गवाएं.
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