रांची : रातू थाना क्षेत्र की आस्थापुरम कॉलोनी निवासी कोयला कारोबारी अभिषेक श्रीवास्तव की हत्या जेल में बंद टीपीसी के उग्रवादी भीखन गंझू के इशारे पर की गयी थी. पुलिस को जानकारी मिली है कि उग्रवादियों का एक समर्थक भीखन गंझू से जेल में हत्याकांड को अंजाम देने से पहले मिलने भी गया था. पुलिस को जानकारी मिली है कि हत्याकांड से पहले स्पेशल इंटेलीजेंस ब्यूरो ने उग्रवादियों का फोन नंबर लिसनिंग में रखा था. इसमें उग्रवादी आपस में कोडवर्ड में बात कर रहे थे कि बड़ा प्लॉट को खिसका देना है, छोटा प्लॉट का काम खुद हो जायेगा. इसके आधार पर जांच में शामिल पुलिस अधिकारियों को आशंका है कि अभिषेक श्रीवास्तव कोयला का बड़ा कारोबारी था.
इसलिए उसकी हत्या के बाद छोटे कोयला कारोबारी खुद ही दहशत में आ जायेंगे और उग्रवादियों को कोयला कारोबार के एवज में लेवी देंगे. इसलिए उग्रवादियों ने बड़ा प्लॉट और छोटा प्लॉट कोडवर्ड में आपस में बात की थी. पुलिस आगे की कार्रवाई के लिए और साक्ष्य जमा करने का प्रयास कर रही है. गौरतलब है कि टीएसपीसी के उग्रवादियों ने पत्र जारी कर अभिषेक की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. आरंभिक अनुसंधान में भी पुलिस को उग्रवादियों की संलिप्तता की जानकारी मिली थी. हालांकि, पुलिस की जांच में हत्याकांड में शामिल शूटरों के बारे में स्पष्ट नहीं हो सका था.
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