रांची : अबुआ आवास योजना के लाभुकों को कई बार समय पर किस्त नहीं मिल पाती है. न ही किसी प्रकार की गड़बड़ी का पता चल पाता है. अब इस समस्या का हल निकालने के लिए विभाग ने एक बड़ी पहल की है. इसके लिए विभाग ने एक जियो टैग ऐप तैयार किया है. इसके माध्यम से लाभुक खुद अपने निर्माणाधीन आवास का जियो टैग कर सकेंगे. मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने बताया कि लाभुकों को ससमय किस्त की राशि भुगतान करने संबंधित प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए ऐप बनाया गया है. इससे लाभुकों को किस्त के बंटवारे में होने वाली पर रोक लगेगी.
गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा ऐप
मनरेगा आयुक्त सह नोडल पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार कुमार बर्णवाल ने सभी डीसी और डीडीसी को पत्र लिखकर लाभुक को ऐप जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. लाभुक इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर अथवा अबुआ आवास योजना के पोर्टल से डाउनलोड कर अपने मोबाइल में इंस्टॉल कर सकते हैं. डाउनलोड करने के बाद लाभुक को मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त होगा. ऐप के माध्यम से जियो टैग करने के लिए सभी लाभुकों को अपना मोबाइल नंबर प्रखंड लॉगिन में अपडेट करना अनिवार्य होगा. ऐप में लाभुक द्वारा खुद से किये गये जियो टैग का सत्यापन पंचायत सेवक सात दिन के अंदर करेंगे.
दो लाख रुपये चार किस्त में देने का है प्रावधान
विभाग के अनुसार, अबुआ आवास योजना के तहत आवंटित स्वीकृत लाभुकों को दो लाख रुपये की सहयोग राशि चार किस्त में देने का प्रावधान है. ग्रामीण विकास सचिव के श्रीनिवासन ने सभी डीसी और डीडीसी को पत्र लिखकर योजना के क्रियान्वयन में तेजी लाने का निर्देश दिया है. जेएसएलपीएस द्वारा गठित और संचालित ग्राम संगठन (वीओ) की सहायता लेने को कहा है. लाभुकों को लंबित किस्त का भुगतान माह के किसी एक सप्ताह निर्धारित कर बुधवार के दिन ही भुगतान करने को कहा गया है.