ABVP ने CM Hemant Soren का पूतला फूंका, JSSC CGL परीक्षा को लेकर रख दी ये मांग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने रांची में सीएम हेमंत सोरेन का पुतला जलाया. इस दौरान उन्होंने जेएसएससी सीजीएल की जांच की मांग कर रहे आंदोलनरत छात्रों पर दर्ज एफआईआर रद्द कराने की मांग की.
रांची : जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की निष्पक्ष जांच एवं जांच की मांग कर रहे आंदोलनरत छात्रों पर दर्ज एफआईआर वापस लेने की मांग करते हुए एबीवीपी रांची महानगर के कार्यकर्ताओं ने सीएम हेमंत सोरेन का पुतला दहन अल्बर्ट एक्का चौक पर किया. रांची महानगर के मंत्री ऋतुराज सहदेव ने बताया अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झारखंड द्वारा पूरे प्रदेश भर में JSSC CGL पेपर लीक मामले को लेकर प्रत्येक जिले में प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं JSSC अध्यक्ष का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था.
जेएसएससी परीक्षा में अनियमितता का लगाया आरोप
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद रांची जिले द्वारा स्थानीय अल्बर्ट एक्का चौक पर जेएसएससी परीक्षा में हुए भारी अनियमितता को देखते हुए प्रदेश के मुखिया हेमंत सोरेन एवं JSSC के अध्यक्ष का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया. उन्होंने कहा कि बीते 21 सितंबर और 22 सितंबर को झारखंड में सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 का आयोजन किया गया था.
कई परीक्षा केंद्रों से मिली गड़बड़ी की शिकायत
इस परीक्षा के आयोजन में सरकार ने विभिन्न हथकंडे अपनाए इंटरनेट जैसे मूल सुविधाओं को भी परीक्षा अवधि के दौरान बंद किया गया बावजूद विद्यार्थियों का मानना है की इस परीक्षा में भरी गड़बड़ी की गई है. कई परीक्षा केंद्रों से पेपर 1 के जगह पेपर 2 बांटने का भी विषय सामने आया तो कहीं प्रश्न पत्र का सील पहले से टूटा है ऐसा विषय सामने आया है.
इसलिए विद्यार्थी परिषद झारखंड यह मांग करती है की झारखंड सीजीएल परीक्षा की निष्पक्ष जांच किया जाए और विद्यार्थियों के हित में फैसला अविलंब लिया जाए.
पहले भी हुआ था पेपर लीक लेकिन कमेटी बनाकर छात्रों को किया गया दिग्भ्रमित
ABVP झारखंड प्रदेश सह मंत्री दिशा दित्या ने इस पूरे प्रकरण पर अपनी राय रखते हुए कहा कि इसके पूर्व में हुए CGL की परीक्षा जिसमे पेपर लीक का मामला प्रकाश में आया था जिसके बाद सरकार द्वारा उक्त परीक्षा को रद्द कर दिया गया. पूर्व में आयोजित परीक्षा में अनियमित की खबरें सामने आने पर जांच कमेटी बनाकर छात्रों को दिग्भ्रमित करने का प्रयास किया गया और फिर से राज्य सरकार एक बार ऐसा ही करने का प्रयास कर रही है.
कार्यकर्ताओं का आरोप पेपर लीक आम समस्या
कार्यकर्ताओं ने बताया कि झारखंड के वर्तमान समय में पेपर लीक आम समस्या बना हुआ है सरकार को चाहिए इस गंभीर विषय पर कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है. प्रतिवर्ष 5 लाख रोजगार देने के वादे के साथ सत्ता में आई सरकार युवाओं को छलने का कार्य कर रही है.
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