झारखंड की ये सड़क बना एक्सीडेंट जोन, 100 दिनों में हुए 33 हादसे, 14 लोगों ने गंवायी जान
रांची-टाटा रोड अब झारखंड का एक्सीडेंट जोन बन गया है, जनवरी से अप्रैल तक 33 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गयी है. करीब 33 व्यक्ति घायल भी हुए.
रांची : रांची-टाटा रोड (नेशनल हाइवे-33) में तमाड़ के आसपास का इलाका एक्सीडेंट जोन में तब्दील हो गया है. यहां सड़क और पुल का निर्माण हो रहा है. टाटा मार्ग के तमाड़ थाना क्षेत्र स्थित इस जोन में जनवरी से अप्रैल तक 33 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गयी है. करीब 33 व्यक्ति घायल भी हुए.
एनएच पर बन रहे सड़क निर्माण को लेकर विवाद भी है. आसपास के लोग कहते हैं कि सड़क निर्माण करनेवाली कंपनी ने एलाइनमेंट बदल दिया है. इस कारण सड़क को कहीं-कहीं मोड़ना पड़ा है और यह दुर्घटना का कारण बन रहा है. आसपास के लोगों को भी परेशानी हो रही है. सड़क निर्माण के कारण यहां की नहर (कैनाल) को नुकसान हो रहा है. कांची नदी पर बनी नहर से सटाकर सड़क बनायी जा रही है. इससे आनेवाले समय में सिंचाई का भी संकट हो सकता है. यह मामला केंद्रीय सड़क मंत्री, राज्य की विधानसभा और हाइकोर्ट में भी उठाया जा चुका है.
कभी टांड़ राज्य के नाम से जाना जाता था इलाका
तमाड़ का 12 किमी का इलाका टांड़ राज्य के नाम से जाना जाता था. यहां की भूमि बंजर होती थी. लोग कहते हैं कि यहां लोग अपनी बेटियों की शादी नहीं करते थे. यहां के लोगों ने पलायन कर कई जिलों में अपना मोहल्ला बसा लिया. जमशेदपुर में तमाड़ के लोगों का अपना मुहल्ला है. इसी तरह राउरकेला में बड़ी संख्या में यहां के लोग नौकरी के लिए गये हैं. 1952 से 1962 तक यहां (सोनाहातू अब तमाड़) के विधायक रहे जगरनाथ महतो ने कांची नदी पर नहर का निर्माण 1955 में कराया. इसके बाद 1965 में रांची-टाटा मार्ग बना. कैनाल से 50 फीट दायीं व बायीं ओर ओपेन स्पेस रखने का प्रावधान है. लेकिन इससे सटा कर सड़क बन रही है.
ग्रामीण पथ के सामने बन रहा है पुल
दिउड़ी मंदिर के पास पूर्व सांसद डॉ रामदयाल मुंडा (अब स्वर्गीय) के गांव से निकली सड़क एनएच-33 से मिलती थी. सड़क के पास ही पुल बना दिया गया और वहां से आगे जाने का रास्ता बंद हो गया है. सड़क के पूर्व की ओर वाले गांव से सटाकर सर्विस रोड भी नहीं बनाया जा रहा है. रायडीह से भुइंयाडीह , चंदवा व पांड़वा मोड़ में भी सर्विस रोड नहीं है.
जहां भू-अर्जन किया वहां निर्माण ही नहीं
कई जगह जहां लोगों का जमीन अधिग्रहण किया गया है, वहां निर्माण नहीं किया जा रहा है. जमीन का मुआवजा भी दे दिया गया है. अब सड़क व पुल निर्माण का एलाइनमेंट बदलने से सड़क भी मुड़ गयी है. समाजसेवी ललित का कहना है कि जिस कैनाल में पानी रहता है, उसको भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है. स्पीकर ने भी जांच का आदेश दियाा है.
क्या कहते हैं पदािधकारी
उक्त मार्ग में 33 सड़क हादसों को लेकर पुलिस के स्तर पर कोई रिपोर्ट एनएचआइ को नहीं दी गयी है. एनएचआइ की हर माह की खुद की रिपोर्ट आती है. रिपोर्ट देखने के बाद ही कुछ बता सकता हूं.
-विजय कुमार, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचआइ
खराब ड्राइविंग, सड़क पर निर्माण कार्य, यातायात नियमों की अनदेखी और अचानक जानवर के आ जाने से आये दिन हादसे होते रहते हैं. सूचना पर पुलिस त्वरित कार्रवाई कर घायलों को अस्पताल पहुंचाती है.
-अजय कुमार, एसडीपीओ, बुंडू
किस-किस दिन हुए हादसे
10 जनवरी : सलगाडीह में सड़क दुर्घटना में एक की मौत
11 जनवरी : भुइयांडीह में 2 घायल
13 जनवरी : जोजोडीह दो घायल
15 जनवरी : मुरपा एक घायल
17 जनवरी : डोडेया एक घायल
18 जनवरी : रायडीह एक घायल
19 जनवरी : जोजोडीह एक की मौत
21 जनवरी : जोजोडीह एक मौत
02 फरवरी : रायडीह दो घायल
04 फरवरी : रायडीह पांच घायल
07 फरवरी : रुगड़ी एक की मौत
आठ फरवरी : रायडीह तीन घायल
20 फरवरी : डोडेया एक घायल
एक मार्च : मुरपा दो घायल
16 मार्च : उलीडीह एक घायल
17 मार्च : भुइयांडीह और रायडीह में एक-एक की मौत, दो घायल
20 मार्च : उलीडीह दो घायल
23 मार्च : रंगामाटी एक की मौत
24 मार्च : दो मौत, रायडीह-सलगाडीह
25 मार्च : रायडीह एक मौत, एक घायल
27 मार्च : बाड़वा एक घायल
29 मार्च : रायडीह एक की मौत, जबकि एक घायल.
30 मार्च : रायडीह व सलगाडीह :
दो मौत और एक घायल
01 अप्रैल : सलगाडीह में एक की मौत
12 अप्रैल : भुइयांडीह में तीन घायल
14 अप्रैल : कीर्तनडीह में दो घायल
16 अप्रैल : रोलाडीह में दो घायल
Posted By: Sameer Oraon