jharkhand government latest news, jharkhand government toppling case रांची : झारखंड सरकार को गिराने की साजिश के मामले में रोज नये खुलासे हो रहे हैं. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों के बयान की गंभीरता से जांच कर रही है. इधर, गिरफ्तार बोकारो के अमित सिंह (सीवान निवासी) ने जेल भेजे जाने से पहले कोतवाली पुलिस को स्वीकारोक्ति बयान दिया है. उसने बयान में कहा है कि 21 जुलाई को वह कार से भाई दीपू के साथ रांची आया था.
रांची के मॉनसून रेस्टूरेंट में जय कुमार बेलखड़े ने फोन कर मुझे बुलाया था. वहां पहुंचने पर अमित सिंह ने देखा कि जय कुमार के साथ अभिषेक दुबे और एक अन्य आदमी है. इन लोगों से मुलाकात के बाद वह एक विधायक से मिलने के लिए उसी दिन शाम सात बजे हजारीबाग सर्किट हाउस पहुंचा. वहां विधायक ने बातचीत के दौरान कहा कि हमारे सभी आठ विधायक तैयार हैं. आप लोग और चार विधायक को देख लो. इसी दौरान उसे पता चला कि जय कुमार भी हजारीबाग सर्किट हाउस आनेवाला है. उसके आने से पहले वह वहां से निकल गया था.
हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश रचने के मामले में रांची पुलिस रेस हो गयी है. जांच में आरोप की पुष्टि होने के बाद पुलिस तीनों विधायकों से पूछताछ कर सकती है. केस का आइओ सदर डीएसपी प्रभात रंजन बरबार को बनाया गया है. वहीं एसआइटी में रांची की साइबर डीएसपी यशोधरा और खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी को भी शामिल किया गया है.
सोमवार को दो अलग-अलग टीम ने दिल्ली अौर मुंबई पहुंचकर सोमवार से जांच शुरू कर दी है. यह टीम 15 जुलाई को दिल्ली एयरपोर्ट से आठ लोगों के निकलने की पड़ताल कर रही है. आठ लोगों में कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला व निर्दलीय विधायक अमित कुमार यादव, इनकी पत्नी सरिता देवी व उमाशंकर अकेला के पीएस हर्षवर्धन, कुमार गौरव के अलावा मामले में गिरफ्तार निवारण प्रसाद महतो, अमित सिंह व अभिषेक दुबे शामिल हैं.
अभिषेक ने बयान दिया था कि रांची एयरपोर्ट से इंडिगो के विमान से दिल्ली पहुंचने पर वहां के एयरपोर्ट पर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रहे चंद्रशेखर राव बावनकुले का भांजा जय कुमार बेलखड़े उन्हें रिसिव करने आया था. एयरपोर्ट पर पड़ताल के दौरान सीसीटीवी का साक्ष्य भी पुलिस एकत्र करेगी. फिर वहां से टीम होटल विवांता भी जायेगी. वहां भी सभी की मौजूदगी की पड़ताल करेगी.
यह भी देखेगी कि वहां पर भाजपा नेता चंद्रशेखर राव और चरण सिंह आये थे कि नहीं. वहीं विधायकों के 16 जुलाई के वापस लौटने की भी पड़ताल करेगी. दूसरी टीम मुंबई में भाजपा नेता चंद्रशेखर राव बावनकुले, चरण सिंह, जय कुमार बेलखड़े, मोहित भारतीय, अनिल कुमार, आशुतोष ठक्कर की गतिविधियों की भी पड़ताल करेगी. टीम मुंबई एयरपोर्ट से उक्त लोगों के रांची और दिल्ली दौरे के संबंध में जानकारी एकत्र करेगी.
होटल के रेस्टूरेंट का लिया फुटेज, तकनीकी साक्ष्य जुटा रही पुलिस : मामले में पुलिस की टीम होटल ली-लैक भी गयी. वहां पर पुलिस ने जय कुमार बेलखड़े, मोहित भारतीय, अनिल कुमार, अभिषेक दुबे और आशुतोष ठक्कर के साथ रेस्टूरेंट में खाना खाने का वीडियो फुटेज लिया है. इसमें महाराष्ट्र से आये लोग व अभिषेक दुबे के होटल ली-लैक में होने की पुष्टि मिली है.
साथ ही होटल के रजिस्टर में भी महाराष्ट्र से आये चारों लोगों के नाम हैं. यहां के बाद पुलिस की टीम मॉनसून रेस्टूरेंट भी पड़ताल के लिए गयी थी. वहीं चुटुपालू टोल प्लाजा से भी तीनों विधायकों की गाड़ियों की पड़ताल की गयी है. यह देखा जा रहा है कि जिस समय सभी लोगों के दिल्ली जाने और आने की बात हो रही है, उस समय ये लोग टोल प्लाजा से गुजरे हैं या नहीं. इसके अलावा विधायकों और आरोपियों का मोबाइल लोकेशन भी पुलिस ले रही है. जिससे यह पता चलेगा कि कब-कब इन लोगों के बीच बात हुई और इनका लोकेशन क्या रहा.
अमित सिंह ने बयान में कहा है कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान उसकी मुलाकात सीआरपीएफ जवान से हुई थी. उसने जय कुमार फोन नंबर दिया था. पांच जुलाई 2021 को जय कुमार ने उसको फोन कर कहा था कि तुम्हारे पास कुछ विधायक हैं क्या. इस पर हमने उनको कहा था कि हमारे एक करीबी निवारण महतो हैं, जिनके संपर्क में विधायक हैं. फिर निवारण ने गौरव कुमार उर्फ विनोद यादव से संपर्क किया.
गौरव ने 14 जुलाई को हमें ओरमांझी बुलाया. उस दिन निवारण महतो के साथ मेरा भाई दीपू और मैं कार से ओरमांझी पहुंचे. वहां एक विधायक से मिले, लेकिन उनको पहचानते नहीं हैं. इसके बाद हजारीबाग गये. वहां पर गौरव कुमार उर्फ विनोद यादव और प्रवीण ने एक विधायक से मिलवाया. विधायक ने जय कुमार से फोन पर बात की. फिर दिल्ली जाने के लिए पांच आदमी का नाम दिया. जिसमें इंडिगो फ्लाइट का इनका टिकट बना. जिसका पीएनआर नंबर आइजीसीटी2वी है. वहीं निवारण महतो, अमित सिंह और अभिषेक दुबे का पीएनआर नंबर ओएमजेडआरडब्लू वाला टिकट बना. सभी 15 अप्रैल को रांची से दिल्ली गये.
हर पहलू की पड़ताल, विधायक भी संदेह के घेरे में
आरोपियों व विधायकों के मोबाइल लोकेशन की हो रही जांच
दिल्ली और महाराष्ट्र पहुंची रांची पुलिस, ले रही हर जानकारी
आरोप की पुष्टि होने पर तीनों विधायकों से भी हो सकती है पूछताछ
रांची . राज्य में हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद झारखंड की राजनीति गरम है. आरोपियों के बयान के बाद कांग्रेस विधायकों के तार पूरे मामले से जुड़े हैं. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला के दिल्ली दौरा को इससे जोड़ा कर देखा जा रहा है. कांग्रेस विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने भी बयान दिया है कि उनको बड़ा ऑफर मिला था.
इस पूरे प्रकरण में विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव पूरी घटना की जानकारी ले रहे हैं. विधायकों से किसने, कब संपर्क किया, इसकी पूरी जानकारी जुटायी जा रही है. प्रदेश कांग्रेस विधायकों से बातचीत कर पूरी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को दे सकता है. विधायक दल के नेता आलमगीर आलम मंगलवार को रांची पहुंच रहे हैं. इस बाबत विधायक दल के नेता आलम ने कहा कि इस मामले में पुलिस ने अपनी कार्रवाई की है.
विधायकों के नाम आये हैं, तो उसकी भी जांच हो रही है. पार्टी स्तर पर भी जानकारी जुटायी जा रही है. विधायकों ने हमेशा कहा है कि हम सभी इंटैक्ट हैं.
प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि झारखंड के घटनाक्रम की पूरी जानकारी है. पुलिस ने मामला भी दर्ज किया है. कई बातों का खुलासा हुआ है. अभी कई बातें सामने आनेवाली है. पहले पूरी तरह से मामले का खुलासा हो जाये. इसके बाद पार्टी स्तर पर भी देखा जायेगा. इस तरह के मामले में भाजपा लगी है, इसकी जानकारी पहले से थी. कई तरह की बातें हमारे पास पहुंची है. अब यह मामला सरकार के पास है. प्रशासन के लोग इस पर कार्रवाई कर रहे हैं.
Posted By : Sameer Oraon