Coronavirus Jharkhand, Ranchi News: कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. गुरुवार को डीसी छवि रंजन ने डिस्ट्रिक कोविड टॉस्क फोर्स की बैठक की. इसमें उन्होंने कहा कि हमें बुरे समय के लिए पूरी तरह से तैयार रहना है. कोरोना की तीसरी लहर पर लगाम लगाने के लिए सभी कोषांग समन्वय के साथ काम करें. डीसी ने टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया. कहा- जो भी पॉजिटिव निकल रहे हैं, उनके संपर्क में आये लोगों का डिटेल रखें.
बिना मास्क के बाहर निकलने वाले पर कार्रवाई करें. वहीं, डीसी ने संक्रमण को देखते हुए बुंडू अनुमंडल अस्पताल, सदर अस्पताल, रिसालदार बाबा शहरी सामुदायिक केंद्र, डोरंडा को फंक्शनल बनाने का निर्देश दिया. सिविल सर्जन से कहा कि मास्क, सैनिटाइजर की आवश्यकता को देखते हुए जल्द खरीदारी करें. पर्याप्त संख्या में मेडिकल किट भी तैयार रखें.
डीसी ने रांचीवासियों से सहयोग की अपील की है. कहा- कोविड अनुरूप उचित व्यवहार का अनुपालन करें. घर से बाहर निकलने पर हर हाल में मास्क लगायें. भीड़भाड़ वाले जगहों पर जाने से बचें.
तीसरी लहर को देखते हुए सभी डॉक्टरों की ड्यूटी लगायी जायेगी. कोई भी चिकित्सक ड्यूटी से बच नहीं सकते हैं. सभी चिकित्सकों को आइसीयू और जनरल वार्ड में अल्टरनेट ड्यूटी लगायी जायेगी. सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए डीसी ने कहा कि बहानेबाजी करनेवाले डॉक्टरों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई करें.
डीसी ने इस दौरान डॉक्टरों से भी अपील करते हुए कहा है कि पिछली बार आपने जिस प्रकार से सहयोग किया था, इस बार भी उसी सेवा भाव से जनहित में आगे आये. प्रशासन को आपके सहयोग की जरूरत है. डीसी ने डीटीओ को निर्देश दिया कि शहर के सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में कोविड-19 गाइडलाइन के अनुरूप ही वाहन चलें. दिशा-निर्देश का उल्लंघन करनेवाले चालकों पर दंडात्मक कार्रवाई करें.
डीसी ने अपील करते हुए कहा कि कोरोना जांच करवाने वाले सभी लोग अपनी सही-सही जानकारी दें, लोग अपना मोबाइल नंबर और पता सही दर्ज करायें, ताकि पॉजिटिव होने पर कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में जिला प्रशासन आपके घर तक पहुंच सके और उनका समुचित इलाज कराया जा सके. इस तरह आपके सहयोग से ही हम कोरोना संक्रमण के रफ्तार पर लगाम लगा सकते हैं.
रांची जिला में एक्टिव केस की संख्या 500 के करीब पहुंचने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट माेड में आ गया है. गंभीर संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है. जिला प्रशासन से मिले आंकड़ा की मानें, तो सदर में 12, रिम्स में 05 और निजी अस्पतालों में 40 (मेडिका में 13, राज अस्पताल में 10, पल्स अस्पताल में 06, मां रामप्यारी अस्पताल में 02, आर्किड में 03, मेदांता में 06 संक्रमित भर्ती हैं.
केंद्र ने राज्य सरकारों को कोविड-19 की तीसरी लहर व ओमिक्रोन की आशंका को देखते हुए सुझाव दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिख कर पिछले एक सप्ताह के दौरान हुई जांच में पॉजिटिव की संख्या में 10 प्रतिशत की वृद्धि होने या अस्पतालों में आइसीयू या ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड के 40 प्रतिशत भरे होने पर सख्ती बरतने को कहा है.
वहीं, संबंधित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर जांच का दायरा बढ़ाने, सामाजिक समारोह को बंद कराने और 100 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा गया है. मास्क व सोशल डिस्टैंसिंग को अनिवार्य किया गया है. नियमित सैनिटाइज कराने व सार्वजनिक जगहों पर थूकने के मामले में फाइन के साथ दंडित करने की सलाह भी दी गयी है.
राज्य सरकारों को आवश्यकतानुसार दुकान या कार्यालयों का समय तय करने और वर्क फ्रॉम होम लागू कराने के लिए भी कहा गया है. केंद्र सरकार द्वारा यह भी कहा गया है कि आेमिक्राेन का संक्रमण तीन गुना अधिक रफ्तार से फैल रहा है. संक्रमण रोकने के लिए स्थिति पर नियंत्रण बहुत जरूरी है. राज्य सरकारें हालात बेहतर करने के लिए दिये गये सुझावों को जरूरत के मुताबिक लागू करे.
Posted by: Pritish Sahay