रांची : नशा के अवैध कारोबारियों के खिलाफ एक सितंबर से राज्य के सभी 24 जिलों में अभियान चलाया जा रहा है. यह अभियान अभी बंद नहीं होगा बल्कि आगे भी जारी रहेगा. पूरे अभियान पर डीजीपी के नेतृत्व में पुलिस मुख्यालय के वरीय अधिकारियों की टीम पैनी नजर रख रही है. इन सबके बीच डीजीपी एमवी राव नशा के अवैध कारोबारियों व इनके खिलाफ कार्रवाई में कोताही बरतने वाले पुलिस अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के मूड में दिख रहे है.
सोमवार को उन्होंने कहा कि 15 दिनों तक सभी जिलाें में वहां के एसपी के नेतृत्व में अभियान चलाया गया. यह आगे भी जारी रहेगा. वहीं अब गुप्त सूचना पर पुलिस मुख्यालय के वरीय अधिकारियों के नेतृत्व में बनायी गयी विशेष धावा दल संबंधित जिला के एसपी या किसी अन्य अधिकारियों को बताये सीधे उनके क्षेत्र में छापेमारी करेगी.
वह टीम यह देखेगी कि नशा के अवैध कारोबार में स्थानीय या जिला के किसी अफसर की संलिप्तता पायी जायेगी, तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जायेगी. विशेष धावा दल को छापेमारी के लिए जरूरत के मुताबिक संसाधन उपलब्ध कराये जायेंगे. अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ छह सप्ताह तक चलेगा अभियान :एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि किसी अपराध में आमतौर पर नशा व अवैध हथियारों की बात सामने आती है.
इसलिए नशा के खिलाफ जारी अभियान के साथ ही अलग छह सप्ताह तक हर जिले में अवैध हथियार रखने वालों व इसके कारोबार से जुड़े लोगों के खिलाफ कारगर अभियान चलाया जायेगा. हमारा उद्देश्य है राज्य से अवैध हथियार रखने व इसके कारोबार में शामिल लोगों को पूरी तरह से सफाया करना. इसके लिए ही लोगों से उन्होंने खुद अपने मोबाइल नंबर पर जानकारी देने की अपील की है.
मंगलवार को दिनभर डीजीपी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के एसपी व रेंज डीआइजी के साथ समीक्षा बैठक करेंगे. इस दौरान वे जिलों को पूर्व में विधि व्यवस्था, नक्सल, साइबर क्राइम सहित अन्य चीजों के लिए दिये गये टास्क के संबंध में संबंधित जिलों द्वारा किये गये कार्रवाई व निर्देशों की समीक्षा करेंगे.
Posted by : Sameer Oraon