रांची जिला महानगर एवं ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में शनिवार को शहीद चौक स्थित शहीद स्थल से कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा समाधि स्थल तक भारत जोड़ाे यात्रा निकाली गयी. यात्रा में शामिल टाना भगतों व कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता ढोल-मांदर बजाते जोड़ो-जोड़ाे भारत जोड़ो, नफरत छोड़ाे भारत जोड़ो आदि नारा लगाते चल रहे थे. बिरसा समाधि स्थल में सभा की गयी, जिसे संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि देश को हमने बनाया है, तो बचाने की जिम्मेवारी भी हमारी है. नफरत के कारण समाज टूट रहा है. बेरोजगारी के कारण युवा परेशान हैं. निकम्मी केंद्र सरकार से निजात दिलाने, महंगाई पर काबू पाने और नफरत पर काबू करने के मकसद से भारत जोड़ो यात्रा शुरू की गयी है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारत जोड़ो यात्रा, झारखंड के संयोजक सुबोधकांत सहाय ने कहा कि भारत जोड़ाे यात्रा ने आंदोलन का रूप ले लिया है. वर्तमान में झारखंड सरकार को बचा कर रखना चुनौती हो गयी है. 2024 तक यह लड़ाई चलेगी. नये साल में 5500 पंचायतों की यात्रा शुरू होगी. मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि आठ साल पहले बीजेपी महंगाई का रोना रो रही थी. बीजेपी नेता कंधे पर सिलिंडर लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. आज वे कहां हैं. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि यह देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का देश है.
देश की सभ्यता-संस्कृति के विरुद्ध काम किया जा रहा है. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि भाजपा नफरत की राजनीति कर रही है, जिसका विरोध होना चाहिए. मौके पर विधायक दीपिका पांडे, विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, रमा खलखो, रांची महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ कुमार राजा, रांची ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ राकेश किरण, सुरेश बैठा, प्रदीप तुलस्यान सहित बड़ी संख्या में नेता-कार्यकर्ता शामिल हुए. कार्यक्रम का संचालन राजीव रंजन ने किया.
भारत जोड़ो यात्रा का कोकर बिरसा मुंडा समाधि स्थल के समीप प्रोफेशनल्स कांग्रेस कमेटी ने स्वागत किया. प्रोफेशनल कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष कृष्णा सहाय एवं ग्रामीण अध्यक्ष संजीव महतो की अगुवाई में यात्रा में शामिल नेताओं का माला पहना कर स्वागत किया. मौके पर प्रोफेशनल्स कांग्रेस के योगेंद्र सिंह बेनी, विद्याकर कुंवर, ऊषा प्रसाद, सरवर पॉल, अनिल सिंह, गोपाल पांडे, आसिफ जियाउल, राजीव चौरसिया अमरजीत सिंह संतोष शाह सूरज बाबला विवेक धान, नागु चौधरी आदि मौजूद थे.