रांची. सरकारी स्कूल के ऐसे बच्चे जो पढ़ाई में कमजोर हैं, उनके लिए एक्स्ट्रा क्लास ली जायेगी. जिला शिक्षा अधीक्षक बादल राज ने सभी संवर्ग के स्कूलों में ऐसे छात्रों की पहचान कर अतिरिक्त कक्षा लेने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं. इसके लिए सभी क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के साथ ही प्रधानाचार्यों को पत्र लिखा है. पिछले सत्र में कक्षा 8वीं बोर्ड परीक्षा में जिन विद्यार्थियों ने डी ग्रेड प्राप्त किया है, उन्हें ग्रेड बी के समकक्ष लाने के लिए अब स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाएं ली जायेगी. बोर्ड परीक्षा में फॉर्म भरने के लिए 75% उपस्थिति अनिवार्य है. ऐसे में शत-प्रतिशत परिणाम प्राप्त करने के लिए पूरे पाठ्यक्रम का रिविजन कराने को कहा गया है. ऐसा नहीं होने पर संबंधित अधिकारियों पर जिम्मेदारी तय की जायेगी.
विज्ञान और अंग्रेजी विषय में ज्यादातर बच्चे कमजोर
शिक्षा विभाग का अतिरिक्त कक्षा लेने के पीछे उद्देश्य है कि कमजोर बच्चों में हीन भावना उत्पन्न नहीं हो और वह बीच सत्र में पढ़ाई नहीं छोड़ दें. अब तक की रिपोर्ट के अनुसार आठवीं में अधिकतर विद्यार्थी गणित, विज्ञान और अंग्रेजी में ही कमजोर साबित हुए हैं. इन तीनों विषयों में बच्चों की स्थिति बेहद कमजोर है. इसके लिए सरकार पहले से ही कई तरह के प्रयास कर रही है, लेकिन गुणवत्ता में सुधार नहीं हो पा रहा है. अतिरिक्त कक्षाओं का समय स्कूल समय से पहले या बाद में होगा. इसके लिए निर्धारित 55 मिनट तय है. इससे ड्रॉप आउट भी कम होगा.
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