रांची. वर्ष 1971 के युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को घुटनों पर ला दिया था. इस जीत को याद करते हुए हर साल 16 दिसंबर को भारतीय सेना ‘विजय दिवस’ मनाती है. वहीं, अदम्य साहस का परिचय देनेवाले लांस नायक परमवीर अलबर्ट एक्का को इस युद्ध का हीरो मानते हुए श्रद्धांजलि दी जाती है. लेकिन, इस बार विजय दिवस पर रांची जिला प्रशासन परमवीर अलबर्ट एक्का को भूल गया. शहर की हृदय स्थली में स्थापित परमवीर अलबर्ट एक्का की प्रतिमा पर माल्यार्पण तो दूर, प्रशासन की ओर से यहां साफ-सफाई तक नहीं करायी गयी.
‘वेटेरन ऑर्गनाइजेशन ऑफ झारखंड’ ने की साफ-सफाई, दी श्रद्धांजलि
हालांकि, भूतपूर्व सैनिकों के संगठन ‘वेटेरन ऑर्गनाइजेशन ऑफ झारखंड’ ने अलबर्ट एक्का की प्रतिमा और उसके चारों फैले गंदगी साफ करने बाद माल्यार्पण किया. संगठन के अध्यक्ष मुकेश कुमार ने कहा : झारखंड के गुमला जिला के जारी गांव में 27 दिसंबर 1942 को जन्मे भारत के वीर सपूत परमवीर अलबर्ट एक्का किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. सरकारी तंत्र जब ऐसी महान विभूतियों की अनदेखी करता है, तो हर भारतीय नागरिक और पूर्व सैनिकों का दिल मायूसी से भर जाता है. परमवीर अलबर्ट एक्का को श्रद्धांजलि देने के बाद वेटेरन ऑर्गनाइजेशन ऑफ झारखंड के सदस्यों ने विजय दिवस की यादें ताजा कीं. कार्यक्रम का समापन भारत माता की जय और वंदे मातरम् के उदघोष से हुआ.
बोले उपायुक्त
इस मामले में रांची जिला के उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में आनेवाले स्थल और प्रतिमा की साफ-सफाई का जिम्मा नगर निगम का है. इससे संबंधित आदेश प्रशासन द्वारा पहले ही दिया जा चुका है, जिसका अनुपालन होना चाहिए.
बोले नगर निगम के सुपरवाइजर
इस मामले में रांची नगर निगम के सुपरवाइजर दिलीप कुमार ने कहा कि अलबर्ट एक्का चौक व उसके आसपास की सफाई के लिए निगम द्वारा दो महिला सफाई कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है. वर्तमान में यहां प्रतिमा इस तरह स्थापित की गयी है कि पूरी प्रतिमा की सफाई नहीं हो पाती.
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