इस साल मॉनसून सामान्य या उससे अच्छा रहने की उम्मीद है. बीएयू के मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले पांच दिनों में रांची सहित झारखंड में 100 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है. विभाग का कहना है कि मॉनसून की बारिश समय पर होने के कारण किसान खरीफ की खेती शुरू कर सकते हैं. कृषि विभाग ने भी तैयारी शुरू कर दी है. किसानों के बीच बीज का वितरण शुरू कर दिया गया है. झारखंड में 90 फीसदी खेतों में खरीफ फसल की ही खेती होती है. सबसे अधिक खेतों में धान लगाया जाता है. इस बार करीब 18 हजार हेक्टेयर में धान लगाने का लक्ष्य है.
बीएयू के किसान परामर्श केंद्र ने सलाह दी है कि जिन खेतों में धान लगाना हो, उसके मेढ़ को दुरुस्त कर लें. केंद्र के प्रभारी डॉ ए वदूद के अनुसार, इससे खेत में पानी रोका जा सकेगा. राज्य के कई जिलों में किसान सीधी बुआई करते हैं. वहां किसान कम समय में तैयार होनेवाली किस्म (बिरसा विकास धान 110, बिरसा विकास धान 111, वंदना, ललाट, सहभागी, आइआर-64) लगा सकते हैं. खर-पतवार नियंत्रण के लिए छींटा के दो-तीन दिन बाद प्रेटिलाक्लोर दवा को चार मिली प्रति लीटर पानी में मिला कर छिड़काव कर सकते हैं.
बीएयू ने धान का रोपा करनेवाले किसानों को सलाह दी है कि तीन-चार किस्तों में धान का बिचड़ा तैयार करें. तीन-चार दिनों के अंतराल में बीज लगायें. एक एकड़ में रोपा के लिए 16 से 18 किलो धान लगा सकते हैं. इसके लिए 10 डिसमिल जमीन की जरूरत होगी. बीज स्थली में 100 किलो कंपोस्ट, 2.5 किलो यूरिया, छह किग्रा सिंगल सुपर फास्फेट और 1.5 किलो पोटाश मिट्टी में मिला कर बीज लगायें. निचली जमीन में रोपा के लिए लंबी अवधिवाली किस्म का चुनाव करें. दोन-2 के लिए मध्यम अवधि के बीज का चुनाव करें.
रांची जिला में कई प्रखंडों में 50 फीसदी अनुदान पर सरकारी बीज वितरण का काम शुरू हो गया. नामकुम में खिजरी विधायक राजेश कच्छप की उपस्थिति में बीज वितरण शुरू किया गया. किसानों को राष्ट्रीय बीज निगम ने उपलब्ध कराया है. जिला सहकारिता पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि दो दिनों में 200 क्विंटल बीज का वितरण नामकुम में किया जायेगा. यहां 25 क्विंटल हाइब्रिड बीज भी उपलब्ध है. इस मौके पर जिला परिषद सदस्य आरती कुजूर, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी लतिका सुलंकी और प्रबंधक नीरज कुमार भी मौजूद थे.
खरीफ फसल की बुआई संबंधित जानकारी के लिए किसान कृषि विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर ज्यादा जानकारी ले सकते हैं. नंबर : 0651-2490542 तथा 07632996429 है. इस हेल्पलाइन नंबर पर किसान खरीफ मौसम में चलायी जा रही स्कीम पर सुविधाओं की भी जानकारी ले सकते हैं. नेपाल हाउस से यह हेल्पलाइन संचालित होता है. सेंटर के प्रभारी अजेश्वर सिंह ने बताया कि यहां से किसान तकनीकी जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं. हेल्पलाइन नंबर सप्ताह में सातों दिन और 24 घंटे काम करता है.
मॉनसून शुक्रवार की शाम तक झारखंड की सीमा के करीब पहुंच गया है. झारखंड में शनिवार से मॉनसून की बारिश शुरू हो सकती है. हवा के रूख के हिसाब से यह ओड़िशा से लगे तट में प्रवेश करेगा. संताल परगना के कुछ जिलों में भी शनिवार को मॉनसून की बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने कहा है कि मॉनसून के कारण अगले पांच दिनों तक झारखंड के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश हो सकती है. वहीं, गुरुवार और शुक्रवार को राजधानी सहित कई इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश हुई.
Posted by : Pritish Sahay