Jharkhand Teachers Protest: बिहार के बाद झारखंड में शिक्षकों की नाराजगी देखी जा रही है. एक ओर जहां बिहार में बीपीएससी शिक्षकों के इस्तीफा का मामला गरमाया हुआ है. वहीं झारखंड में चार शिक्षक संगठन एक मंच पर आ गए हैं. अपनी मांगों को लेकर झारखंड राज्य के पारा शिक्षक (सहायक अध्यापक) आंदोलन करेंगे. इसमें वेतनमान, ईपीएफ का लाभ व अनुकंपा पर नौकरी देने की मांगें शामिल हैं. सभी शिक्षक 19 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करेंगे. इसमें राज्य भर के पारा शिक्षक शामिल होंगे. वर्ष 2018 के बाद अलग-अलग पारा शिक्षक संगठन फिर से एक मंच पर आये हैं. शिक्षकों ने झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा का गठन किया है. मांगें पूरी नहीं होने पर 28 दिसंबर से पारा शिक्षक मुख्यमंत्री आवास का अनिश्चितकालीन घेराव करेंगे. मोर्चा का कहना है कि शिक्षकों को ईपीएफ का लाभ देने को लेकर बैठक भी हुई, पर अब तक इस पर अंतिम निर्णय नहीं हो सका. अनुकंपा पर नौकरी देने को लेकर भी कोई निर्णय नहीं हो सका. जबकि, सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली में अनुकंपा पर नौकरी का प्रावधान है.
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2018 के बाद अलग-अलग पारा शिक्षक संगठन फिर से एक मंच पर आये
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वेतनमान, इपीएफ का लाभ व अनुकंपा पर नौकरी देने की कर रहे हैं मांग
वित्त रहित शिक्षक संघर्ष मोर्चा का 19 दिसंबर को धरना
वित्त रहित स्कूल, कॉलेज के शिक्षक व कर्मचारी 19 दिसंबर को झारखंड विधानसभा के समक्ष धरना देंगे. शिक्षक मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन के क्रम में 18 दिसंबर को शिक्षक व कर्मचारी शैक्षणिक हड़ताल पर रहेंगे. शिक्षक वित्त रहित स्कूल, कॉलेजों के अधिग्रहण/घाटानुदान देने, सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष करने, डिग्री कॉलेज से इंटर की पढ़ाई अलग करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है.
एमएसीपी की मांग को लेकर 19 दिसंबर को धरना
एमएसीपी संघर्ष मोर्चा 19 दिसंबर को विधानसभा के समक्ष धरना देगा. मोर्चा सरकारी कर्मियों के समान एमएसीपी का लाभ देने की मांग कर रहा है. मोर्चा के मीडिया प्रभारी अरुण कुमार दास ने बताया कि धरना में राज्य भर के शिक्षक शामिल होंगे.