कोरोना के बाद झारखंड में ब्लैक फंगस का भी खतरा मंडराया, 15 दिनों में 8 की मौत, जानें अब तक कितने मरीज आये सामने
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार, बोकारो में दो संदिग्ध मरीज हैं. वहीं चतरा में एक कंफर्म और एक संदिग्ध मरीज हैं. वहीं चतरा के एक मरीज की मौत रांची में मेडिका में इलाज के दौरान हो चुकी है. देवघर में एक कंफर्म, धनबाद में दो संदिग्ध मरीज हैं. पूर्वी सिंहभूम में 10 कंफर्म और दो संदिग्ध मरीज हैं. तीन की मौत टीएमएच (जमशेदपुर) में हो चुकी है.
Black Fungas Cases In Jharkhand रांची : झारखंड में म्यूकोरमाइसिस ( Mucormycosis Death In Jharkhand ) (ब्लैक फंगस) से 15 दिनों के भीतर आठ मरीजों की मौत हो चुकी है. मृतकों में रांची के तीन, जमशेदपुर के तीन, चतरा व रामगढ़ का एक-एक मरीज शामिल है. दूसरी ओर राज्य में इस समय ब्लैक फंगस के 21 कंफर्म और 29 संदिग्ध मरीज हैं.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार, बोकारो में दो संदिग्ध मरीज हैं. वहीं चतरा में एक कंफर्म और एक संदिग्ध मरीज हैं. वहीं चतरा के एक मरीज की मौत रांची में मेडिका में इलाज के दौरान हो चुकी है. देवघर में एक कंफर्म, धनबाद में दो संदिग्ध मरीज हैं. पूर्वी सिंहभूम में 10 कंफर्म और दो संदिग्ध मरीज हैं. तीन की मौत टीएमएच (जमशेदपुर) में हो चुकी है.
गढ़वा में एक, गिरिडीह में तीन, गुमला में एक, हजारीबाग में एक संदिग्ध, जामताड़ा में एक कंफर्म, कोडरमा में दो संदिग्ध, लातेहार में एक संदिग्ध मरीज हैं. रामगढ़ में तीन कंफर्म और तीन संदिग्ध मरीज हैं, एक मरीज की मौत रिम्स रांची में हो चुकी है. रांची में पांच कंफर्म और नौ संदिग्ध मरीज हैं और तीन की मौत रिम्स में हो चुकी है. साहिबगंज में एक संदिग्ध मरीज है.
भारत सरकार ने 160 इंजेक्शन दिये :
स्वास्थ्य विभाग के नोडल पदाधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए भारत सरकार की ओर से एंफोटेरेसिन बी के 160 इंजेक्शन एक सप्ताह में उपलब्ध कराये गये हैं. जबकि राज्य सरकार के पास दो हजार से ज्यादा इंजेक्शन पहले से है. इसमें से 1007 इंजेक्शन जिलों में भेजा जा चुका है. उन्होंने कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए दवा की कोई कमी नहीं है.
Posted By : Sameer Oraon