Covid19 की वजह से यदि सील हुआ मोहल्ला, तो 28 दिन बाद खुलेगा, लेकिन शर्त है कि…
कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद राजधानी के जिन मोहल्ले को जिला प्रशासन ने सील किया है, उन्हें 28 दिन बाद ही खोला जायेगा. शर्त यह है कि इस दौरान मोहल्ले से इस अवधि में एक भी कोरोना का मरीज न मिले.
रांची : कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद राजधानी के जिन मोहल्ले को जिला प्रशासन ने सील किया है, उन्हें 28 दिन बाद ही खोला जायेगा. शर्त ये है कि सील किये गये मोहल्ले से इस अवधि में एक भी कोरोना का मरीज न मिले.
अगर कोरोना का मरीज मिल गया, तो अगले 28 दिनों के लिए फिर मोहल्ले को सील कर दिया जायेगा. कांटाटोली के नेताजी नगर में 25 अप्रैल को कोरोना का मरीज मिला था. उसी दिन मोहल्ले को जिला प्रशासन ने सील कर दिया.
साथ ही मोहल्ले में लगातार सर्वे व स्क्रीनिंग की गयी. लेकिन, वहां रहनेवाले किसी व्यक्ति में कोरोना का लक्षण नहीं पाया गया. इस पर स्थानीय लोगों ने एसडीओ से मांग की थी कि 14 दिन गुजर गये हैं, किसी में कोई लक्षण नहीं है. अब मोहल्ले के सीलमुक्त कर दिया जाये.
इस पर एसडीओ ने कहा कि अगले 14 दिनों तक मोहल्ला सील ही रहेगा. इस दौरान अगर किसी में कोई लक्षण नहीं पाया जाता है, तब ही मोहल्ले में सामान्य गतिविधियों की छूट दी जायेगी. इसे सील मुक्त किया जायेगा.
28 दिन क्यों है जरूरी
कोरोना का संक्रमण एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले में न फैले, इसके लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. इसलिए एक भी मरीज के सामने आने के बाद पूरे क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन मान कर सील कर दिया जाता है.
बाहर के लोगों के अंदर व अंदर के लोगों के बाहर निकलने पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाती है. इस दौरान पूरे मोहल्ले के लोगों की स्क्रीनिंग व डोर-टू-डोर सर्वे किया जाता है, लेकिन इसमें भी चूक की संभावना रहती है. कई मरीजों में कोरोना के लक्षण काफी देर से सामने आते हैं.
इसलिए जिला प्रशासन ने ऐसे मोहल्लों को 28 दिन तक सील रखने का फैसला किया है, ताकि विलंब से भी किसी में कोरोना का लक्षण पाया गया तो वह मोहल्ले में ही रहे. इससे संक्रमण को काफी हद तक रोका जा सकेगा.