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निदेशक की सख्ती के बाद रिम्स की व्यवस्था में हो रहा है सुधार

डॉक्टरों की कार्यप्रणाली में हो रहा है बदलाव. समय पर आने लगे हैं डॉक्टर और कर्मचारी

By Prabhat Khabar News Desk | April 19, 2024 11:28 PM

रांची. रिम्स के नये निदेशक की सख्ती के बाद रिम्स व्यवस्थित होने की राह पर है. डॉक्टरों की कार्य प्रणाली में भी बदलाव हुआ है. ओपीडी में डॉक्टरों ने समय पर आना शुरू कर दिया है. रेडियोलॉजी और ब्लड जांच के अलावा पंजीयन काउंटर भी समय पर खुलने लगा है. इससे मरीजों की लगनेवाली लंबी लाइन अब छोटी हो गयी है. निदेशक ने डॉक्टर और कर्मचारियों को स्पष्ट कह दिया है कि रिम्स की छवि किसी भी सूरत में खराब नहीं होनी चाहिए. ऐसे में आप सभी अनुशासित होकर काम करें.

इधर, अधिकतर विभागों में फैकल्टी (सीनियर और जूनियर डॉक्टर) की उपस्थिति भी बढ़ी है. ऐसा इसलिए क्योंकि निदेशक कभी भी अधीक्षक को लेकर औचक निरीक्षण पर निकल जा रहे हैं. अनुपस्थित डॉक्टरों को चेतावनी दी जा रही है. स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है.

निजी दवा दुकानों में कम जा रही है पर्ची

निदेशक की सख्ती का असर यह हुआ है कि निजी दवा दुकानों पर डॉक्टरों की पर्ची कम पहुंच रही है. डाॅक्टरों ने जेनेरिक दवा लिखना शुरू कर दिया है. वहीं, डॉक्टर अमृत फार्मेसी की दवाएं भी मरीजों को लिख रहे हैं. कार्डियोलॉजी विभाग में हृदय रोगियों को सस्ती दर पर अमृत फार्मेसी से स्टेंट और एंजियोग्राफी का सामान मिलने लगा है.

ओपीडी कॉम्प्लेक्स की निर्माण प्रक्रिया में तेजी

डीआइजी ग्राउंड में ओपीडी कॉम्प्लेक्स के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी आयी है. निर्माण विभाग के अभियंता को शीघ्र डीपीआर बनाकर देने को कहा गया है. वहीं, क्षेत्रीय नेत्र संस्थान की बिल्डिंग को छह महीना में हैंडओवर करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा पीडब्ल्यूडी और पीएचइडी विभाग को स्पष्ट किया गया है कि मेंटेनेंस के नाम पर मोटा फंड लेने के बाद काम नहीं करने पर कार्रवाई की जायेगी.

मशीनों को समय पर दुरुस्त नहीं कराने पर विभागाध्यक्ष होंगे जिम्मेदार

मशीनों को समय पर दुरुस्त नहीं कराने पर विभागाध्यक्षों को जिम्मेदार बनाया गया है. निर्देश दिया गया है कि अगर मशीन ज्यादा दिन तक खराब रहती है, तो यह माना जायेगा कि डॉक्टर जानबूझ कर या निजी जांच घर को लाभ पहुंचाने के लिए यह कार्य कर रहे हैं.

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