Khalari News सीसीएल के सभी 11 कांटा घर बंद, रोज हो रहा लाखों का नुकसान
स्क्रैप उठाव विवाद सामने आने के बाद धीरे-धीरे सीसीएल अधिकारियों की लापरवाही, मिलीभगत, अनदेखी और नियमों को ताक पर रखकर कराये जा रहे काम से जुड़ी हर बिंदु पर चर्चा हो रही है.
सीनियर क्लर्क के रहते जूनियर को कमेटी में शामिल करने की होगी जांच
प्रतिनिधि, डकरास्क्रैप उठाव विवाद सामने आने के बाद धीरे-धीरे सीसीएल अधिकारियों की लापरवाही, मिलीभगत, अनदेखी और नियमों को ताक पर रखकर कराये जा रहे काम से जुड़ी हर बिंदु पर चर्चा हो रही है. शुक्रवार को डकरा वीआइपी क्लब में एनके एरिया के सभी मान्यता प्राप्त श्रमिक संगठनों की बैठक होगी. प्रतिनिधियों ने बताया कि यह पूरी गड़बड़ी का सबसे अधिक जिम्मेदार संबंधित विभाग के अधिकारी हैं. वह अपनी जवाबदेही को ईमानदारी से निभा रहे होते तो इस प्रकार का नुकसान सीसीएल को नहीं होता. क्षेत्र के सबसे बड़े ट्रेड यूनियन जनता मजदूर संघ के अध्यक्ष गोल्टेन प्रसाद यादव ने बताया कि एरिया का मैटेरियल मैनेजर प्रियरंजन कुमार की भूमिका को लेकर हमलोग किसी भी स्तर पर जाकर इसकी जांच कराने की मांग करेंगे. कहा कि जून से स्क्रैप उठाव की प्रक्रिया शुरू हुई है. उसी समय उन्होंने तीन जून को स्टोर में कई सीनियर क्लर्क के रहते हुए एक कैटेगरी-वन मजदूर चिंटू कुमार साहू को नियमविरुद्ध परचेज कमेटी का सदस्य बना दिया. यही नहीं चिंटू उनके प्रतिनिधि के तौर पर इस काम के केंद्र बिंदू में तब तक बने रहे जब तक प्रभात खबर ने इस मामले को उजागर कर प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट नहीं कराया. इसके अलावा कमेटी में शामिल सभी अधिकारियों की भूमिका की जांच करायी जायेगी. एरिया से लेकर प्रोजेक्ट स्तर पर बनी कमेटी में शामिल अधिकारी किस तरह से अपना काम कर रहे थे पता लगाया जायेगा. मामला सामने आने के बाद मुख्यालय के अधिकारियों ने डिजिटाइजर में चिप सेट करने का उजागर किया और इसमें माप-तौल विभाग और एएमसी कंपनी की भूमिका को संदेहास्पद बताया. माप-तौल विभाग की इंस्पेक्टर संगीता बाड़ा ने जांच करने वाले सीसीएल अधिकारियों की भूमिका को ही अपराध बता दिया. इधर, सभी कांटा घर बंद हैं और सीसीएल को प्रतिदिन बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है, लेकिन सभी ऐसे मौन साधे हुए हैं जैसे लोगों को तुफान गुजर जाने का इंतजार हो ताकि चीजें स्वत: ठंडा पड़ जाये.न्यायालय के आदेश पर शुरू होगी जांच : पुलिस
खलारी इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह ने प्रभात खबर को बताया कि हमलोग न्यायालय के आदेश पर अब आगे का अनुसंधान शुरू करेंगे. कांटाघर सील है और फिलहाल वहां का सीसीटीवी कैमरे को बंद करवा दिया गया है ताकि स्टांपिंग के समय मौजूद लोगों की भूमिका का विडियो डिलीट न हो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है