कोटा से 40 फीसदी कम शराब बेच रहीं एजेंसियां, झारखंड सरकार को हो रहा घाटा
राज्य में वर्तमान में चार एजेंसियों को खुदरा शराब बेचने की जिम्मेदारी दी गयी है. नयी एजेंसी के चयन प्रक्रिया के लिए टेंडर जारी किया गया था, पर एक भी प्लेसमेंट एजेंसी से टेंडर जमा नहीं किया. राज्य को दस जोन में बांट कर प्लेसमेंट एजेंसियों के चयन के लिए टेंडर जारी किया गया था.
Jharkhand News: झारखंड में प्रतिदिन 15 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री का लक्ष्य निर्धारित है. लेकिन, निर्धारित कोटा से लगभग 60 फीसदी तक ही शराब की बिक्री हो पा रही है. यानी कोटा से 40 फीसदी कम शराब की बिक्री की जा रही है. इस कारण निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप राजस्व की प्राप्ति नहीं हो रही है. राज्य वर्तमान में प्रतिदिन औसतन 9 से 10 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री ही हो रही है.
बिवरेजेज कॉरपोरेशन लिमिटेड ने जारी किया था पत्र
झारखंड राज्य बेवरेजज कॉरपोरेशन लिमिटेड (Jharkhand State Beverages Corporation Limited) द्वारा पिछले दिनों शराब के उठाव को लेकर भी पत्र जारी किया गया था. इससे इस बात की जानकारी सामने आयी थी कि दुकानाें के द्वारा निर्धारित कोटा के अनुरूप शराब का उठाव नहीं किया जा रहा है. यानी उठाव से लेकर शराब की बिक्री तक में अंतर है.
शराब बेचने के लिए नहीं मिली नयी एजेंसी
राज्य में वर्तमान में चार एजेंसियों को खुदरा शराब बेचने की जिम्मेदारी दी गयी है. नयी एजेंसी के चयन प्रक्रिया के लिए टेंडर जारी किया गया था, पर एक भी प्लेसमेंट एजेंसी से टेंडर जमा नहीं किया. राज्य को दस जोन में बांट कर प्लेसमेंट एजेंसियों के चयन के लिए टेंडर जारी किया गया था. 19 जनवरी को टेंडर फाइनल होना था, पर एक भी एजेंसी ने टेंडर जमा नहीं किया. ऐसे में फिर से टेंडर जारी किया जायेगा.
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थोक बिक्री के लिए भी नहीं मिली कंपनी
नयी उत्पाद नीति के तहत राज्य में शराब के थोक कारोबार की जिम्मेदारी पांच कंपनियों को दी जा सकती है. वर्तमान में दो निजी कंपनी के साथ-साथ झारखंड राज्य बिवरेजज कॉरपोरेशन लिमिटेड थोक में शराब बेच रही है. दो और कंपनी के चयन के लिए टेंडर जारी किया गया था, टेंडर जमा करने की अंतिम तिथि 24 जनवरी थी, लेकिन एक भी टेंडर जमा नहीं हुआ.