रांची (अभिषेक रॉय). आज के दौर में एग्री और इको सेक्टर उड़ान भर रहा है. युवा उद्यमी काफी रुचि दिखा रहे हैं. यही कारण है कि अवसर, कमाई और रोजगार की असीम संभावनाएं तैयार हो रही हैं. साथ ही इसे टूरिज्म यानी पर्यटन से जोड़ा जा रहा है. युवा ग्रामीण क्षेत्र में एग्री और इको टूरिज्म को बढ़ावा देकर लोगों को न सिर्फ एक वेकेशन स्पॉट उपलब्ध करा रहे, बल्कि सोशल इंटरप्रेन्योर के रूप में पहचान भी बना रहे हैं. यही कारण है कि रांची और आस-पास के जिलों में अब आधा दर्जन से अधिक एग्री और इको टूरिज्म स्पॉट तैयार हो चुके हैं.
टेंट में ठहरने की व्यवस्था, ग्रामीण हाट आकर्षण का केंद्र
रांची से लगभग 30 किमी दूर घासीबाड़ी खूंटी में ””””द ओपेन फील्ड”””” लोगों के आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है. यहां पहुंचने वाले लोग पारंपरिक खेती से रूबरू होते हैं. साथ ही खेत में उपलब्ध साग-सब्जी को ही व्यंजन के रूप में पराेसा जाता है. द ओपेन फील्ड में पहुंचने वाले लोगों का देखने मौका मिलता है कि कैसे किसान पारंपरिक खेती कर रहे हैं. साथ ही साथ ग्रामीण परिवेश में रहने के लिए संसाधन भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं. लोगों के ठहरने की व्यवस्था टेंट में होती है. सुबह उठने पर लोग खेत से सूर्योदय व सूर्यास्त का लुत्फ उठा रहे हैं. वीकेंड पर ग्रामीण हाट देखने का अवसर मिलता है, जहां लोक संस्कृति से जुड़ी सामग्री उपलब्ध करायी जाती है.खेती-किसानी के साथ फिशिंग और रिवर ट्रैकिंग का मजा
रांची से लगभग 35 किमी दूर आनंदी ओरमांझी में ””आंगन विलेज एग्रो टूरिज्म रिजॉर्ट”” लोगों को ग्रामीण परिवेश से परिचय करा रहा है. यहां पहुंचकर लोग ग्रामीण माहौल से जुड़ सकते हैं. लगभग 10 एकड़ की परिधि में लोग प्रकृति से जुड़ाव को महसूस कर सकेंगे. शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर यहां मौसमी फल व सब्जी की खेती से रूबरू होने का मौका मिलता है. साथ ही स्थानीय किसानों के साथ जुड़कर खेती-किसानी का अनुभव भी ले सकेंगे. आंगन पहुंच लोग मौसमी फल-सब्जी जैसे : तरबूज, प्याज, अदरक, मिर्च, बैंगन, करेला, आलू की खेती देख सकते हैं. ग्रामीण परिवेश में रहने का अनुभव बांस से बने कॉटेज में मिलेगा. साथ ही गेतलसूद डैम में फिशिंग और रिवर ट्रैकिंग की व्यवस्था है. खास आकर्षण के तौर पर बुर्ज खलीफा और एफिल टावर के लाइट स्ट्रक्चर तैयार किये गये हैं. इनडोर और आउटडोर स्पोर्ट्स कॉर्नर तैयार किये गये हैं, जहां क्रिकेट, फुटबॉल जैसे खेलों का आनंद लिया जा सकता है.माउंट मैजिका
रांची से लगभग 18 किमी दूर बुरीबेड़ा टाटीसिलवे में पहाड़ की तलहटी पर ””””माउंट मैजिका”””” एडवेंचर रोड ट्रिप के साथ ग्रामीण परिवेश से जोड़ रहा है. रिंग रोड से सटे इस खास जगह को लोग वेकेशन स्पॉट के रूप में चुन रहे हैं. लालपुर के अर्पित कुमार ने इसे स्टार्टअप के रूप में शुरू किया है, जहां ग्रामीण परिवेश देने की पूरी कोशिश की गयी है. यहां पहुंच कर लोग न केवल प्रकृति से जुड़ाव महसूस कर सकते हैं, बल्कि लाेक संस्कृति के साथ ग्रामीण परिदृश्य से भी जुड़ने का अवसर है. पर्यटकों के रहने के लिए बांस और मिट्टी से बने कॉटेज तैयार किये गये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है