रांची में क्रैश होने से बचा एयर एशिया का विमान, 176 यात्री बचे
रांची एयरपोर्ट पर पायलट की सूझबूझ से एयर एशिया के विमान (आई5-632) में सवार 176 यात्रियों की जान बच गयी. रांची से मुंबई जा रहा विमान शनिवार को दिन के 11.50 बजे उड़ान भरने के दौरान रनवे पर पक्षी से टकरा गया. पायलट ने खतरा भांपकर इमरजेंसी ब्रेक लगायी. इससे विमान में बैठे यात्रियों को झटका लगा.
पहली उड़ान में विमान से पक्षी टकराया, दूसरी उड़ान में निकली चिंगारी
रांची : रांची एयरपोर्ट पर पायलट की सूझबूझ से एयर एशिया के विमान (आई5-632) में सवार 176 यात्रियों की जान बच गयी. रांची से मुंबई जा रहा विमान शनिवार को दिन के 11.50 बजे उड़ान भरने के दौरान रनवे पर पक्षी से टकरा गया. पायलट ने खतरा भांपकर इमरजेंसी ब्रेक लगायी. इससे विमान में बैठे यात्रियों को झटका लगा.
यात्री भयभीत हो चिल्लाने लगे. इसके बाद घोषणा की गयी कि तकनीकी खराबी के कारण विमान को एप्रोन में ले जाया जा रहा है. इसके बाद विमान को एप्रोन में ले जाया गया. शाम 4.20 बजे विमान फिर रनवे पर उड़ान भरने के लिए गया. इंजन की स्पीड जैसे ही अधिक हुई कि उससे चिंगारी निकलने लगी.
एक बार फिर पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगायी. इसके बाद विमान को वाहन की मदद से पुशबैक कर एप्रोन संख्या पांच पर लाकर खड़ा किया गया. ग्राउंड इंजीनियर ने विमान के इंजन की जांच की और विमान को ग्राउंडेड घोषित कर दिया. देर शाम कोलकाता से एयर एशिया का दूसरा विमान मंगा कर यात्रियों को रात 9.15 बजे मुंबई भेजा गया. हालांकि 15 यात्रियों ने टिकट कैंसल करा लिया.
तेज आवाज व जोरदार झटके से सभी डर गये
विमान में सफर कर रहे यात्री मो जुनैद ने बताया कि विमान अपने निर्धारित समय पर उड़ान भरने के लिए रनवे पर गया. विमान की स्पीड जैसे ही थोड़ी अधिक हुई कि पायलट को विमान से कुछ टकराने की आवाज आयी. उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दी. इससे विमान में बैठे यात्रियों को जोरदार झटका लगा. यात्री भयभीत होकर चिल्लाने लगे. उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर क्या हुआ है.
थोड़ी देर में घोषणा की गयी कि जांच के लिए विमान को एप्रोन में ले जाया जा रहा है. इसके बाद करीब एक घंटे तक यात्रियों को विमान में बैठा कर रखा गया. यात्रियों ने हंगामा किया तो उन्हें विमान से उतार कर टर्मिनल बिल्डिंग में बैठाया गया. उन्हें नाश्ता और जूस दिया गया. शाम करीब 3.50 बजे सभी यात्रियों को दोबारा विमान में बैठाया गया. फिर विमान रनवे पर उड़ान भरने के लिए गया.
इसी दौरान चिंगारी निकलने लगी. एक बार फिर पायलट ने विमान को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका. इस बार पहले से अधिक जोर से आवाज सुनाई दी और झटका भी लगा. मो जुनैद ने बताया कि ऐसा लगा कि अब मरने ही वाले हैं. इसके बाद विमान को एक वाहन की मदद से एप्रोन संख्या पांच पर लाकर खड़ा किया गया.
नहीं हो पाया अब तक स्थायी समाधान : बिरसा मुंडा एयरपोर्ट में विमानों से पक्षी टकराने की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, लेकिन इसका अभी तक स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है. विमानों से पक्षी टकराने के बाद बैठकें होती हैं, योजनाएं बनती हैं, लेकिन इसका निदान आज तक नहीं हो पाया है. एयरपोर्ट के आसपास मांस, मछली की दुकानें लगने और रनवे के आसपास घनी घास होने के कारण कीड़े-मकोड़े की तलाश में पक्षी आते हैं. वहीं एयरपोर्ट परिसर के बाहर खुली जगहों पर कचरा भी फेंका जाता है, जिससे पक्षी वहां मडराते रहते हैं.
इंडिगाे के विमान को एयरपोर्ट का पांच चक्कर लगाना पड़ा : एयर एशिया का विमान रनवे पर खराब होने के कारण इंडिगो का दिल्ली-रांची विमान अपने निर्धारित समय पर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उतर नहीं सका. एयरपोर्ट का पांच चक्कर लगाने के बाद एटीसी ने विमान को उतरने की अनुमति दी. इस कारण विमान ने आधा घंटा विलंब से एयरपोर्ट पर लैंड किया.