वायु प्रदूषण फैलानेवाले ऑटो की होगी जांच, चलेगा अभियान
ध्वनि प्रदूषण फैलानेवाले वाहनों की जांच के लिए चले अभियान के बाद अब वायु प्रदूषण फैलानेवाले वाहनों की भी जांच ट्रैफिक पुलिस करेगी.
रांची : ध्वनि प्रदूषण फैलानेवाले वाहनों की जांच के लिए चले अभियान के बाद अब वायु प्रदूषण फैलानेवाले वाहनों की भी जांच ट्रैफिक पुलिस करेगी. इसके तहत सबसे पहले ऑटो की जांच की जायेगी. एक-दो दिन में अभियान शुरू होगा. पर्यावरण की सुरक्षा और कोरोना संक्रमण से बचाव के संदेश को भी इस अभियान को जोड़ा जा रहा है.
ट्रैफिक एसपी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब वायु प्रदूषण फैलानेवाले ऑटो पर भी कार्रवाई होगी. इसके लिए किसी मजिस्ट्रेट या एमवीआइ की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि राजधानी में कई मान्यता प्राप्त प्रदूषण जांच केंद्र हैं, जो वाहनों का प्रदूषण जांच कर उन्हें प्रमाण पत्र देते हैं. जिन ऑटोवालों के पास प्रदूषण प्रमाणपत्र नहीं होगा, उन पर कार्रवाई की जायेगी. इतना ही नहीं, छोटा ऑटो व इ-रिक्शा में तीन तथा बड़े ऑटो में पांच से अधिक सवारी लेकर चलनेवालों पर भी कार्रवाई होगी,
क्योंकि क्षमता से अधिक चलनेवाले वाहनों से भी प्रदूषण अधिक फैलता है. ट्रैफिक एसपी ने आम लोगों से अपील की है कि पर्यावरण की रक्षा को ध्यान में रखते हुए किसी भी ऑटो में क्षमता से अधिक न बैठें. ओवरलोड होने पर किसी भी वाहन में वायू प्रदूषण अधिक होता है, क्योंकि क्षमता से अधिक सवारी होने पर इंजन को खींचने में ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है,
इससे धुआं अधिक निकलता है. वायू प्रदूषण शरीर के लिए हानिकारक है, प्रदूषण से कई जानलेवा बीमारी और संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है. वायु प्रदूषण से टीबी, अस्थमा जैसी गंभीर बीमारी होती है. ट्रैफिक एसपी ने कहा कि पर्यावरण सुरक्षा को देखते हुए ऑटो चालक व आम लोग ट्रैफिक पुलिस का सहयोग करें.
POSTED BY : Sameer oraon