रांची: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद (सीपीसीबी) ने 2015 से 2019 के डाटा का अध्ययन करने के बाद देश के 124 शहरों के वातावरण को स्वास्थ्य के लिए खतरनाक पाया था. इसमें झारखंड का धनबाद शहर भी शामिल था. यहां पर्यावरण सुधारने के लिए भारत सरकार के निर्देश पर एक्शन प्लान बना है.
इसके अतिरिक्त देश के अन्य आठ शहरों का पर्यावरण भी तय मानक से अनुसार नहीं पाया गया था. इसके लिए भी भारत सरकार ने एक्शन प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है. इसमें झारखंड के रांची और जमशेदपुर के अलावा राजकोट, फरीदाबाद, वसाई-विरार, जबलपुर, चेन्नई और मेरठ शामिल हैं.
सीपीसीबी के आदेश पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद (एसपीसीबी) ने रांची व जमशेदपुर का एक्शन प्लान तैयार किया है. केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के बाद एक्शन प्लान को मंजूर किया है. इसमें कुछ सुधार के साथ इसे लागू करने का निर्देश दिया है.
बोर्ड ने कहा है कि दोनों जिलों में वायु प्रदूषण के सभी मानक चिह्नित किये जाने चाहिए. एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए. उद्योग, वाहन, सड़क के धूल-कण, निर्माण गतिविधि, घरेलू फ्यूल, डीजी सेट से निकलने वाले प्रदूषण का अध्ययन कर लंबे समय का प्लान बनाना चाहिए.
जमशेदपुर की हवा रांची से भी खराब है. मंगलवार की शाम पांच बजे रांची का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 112 था. अलग-अलग स्थानों में सबसे खराब स्थिति कोकर की थी. सबसे अधिक पीएम-10 नयाटोली का था. वहीं, जमशेदपुर के आदित्यपुर वाले इलाके में सबसे अधिक 128 एक्यूअाइ था.
रांची व जमशेदपुर का एक्शन प्लान बनाकर सीपीसीबी को भेज दिया गया है. वहां से अप्रूवल मिलते ही उस पर काम शुरू हो जायेगा. राज्य प्रदूषण बोर्ड राज्य एक्शन प्लान भी बना रहा है. इसके अतिरिक्त अपने खर्च पर गिरिडीह, बोकारो, साहिबगंज, दुमका, पलामू और चाईबासा का भी एक्शन प्लान बना रहा है. बोर्ड चाहता है कि इन शहरों के प्रदूषण का स्तर खराब होने से पहले ही उसे रोकने पर काम हो.
वाइके दास, सदस्य सचिव, राज्य प्रदूषण बोर्ड
Posted By: Sameer Oraon