रांची: दुर्गा पूजा के दौरान झारखंड के कई शहरों के पर्यावरण पर असर पड़ा है. शहरों का प्रदूषण स्तर सामान्य से अधिक हो गया है. रांची और जमशेदपुर के प्रदूषण का स्तर तो देश के कई भीड़-भाड़ वाले शहरों से अधिक हो गया है. वैसे पूरे झारखंड का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) भी देश के इंडेक्स से अधिक चल रहा है. सोमवार को झारखंड का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 109 रिकॉर्ड किया गया. वहीं पूरे देश का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 103 था. राजधानी का सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स अधिकतम 162 तक पहुंच गया था.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन इसे अन हेल्दी की श्रेणी में रखता है. सोमवार को दोपहर में धनबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स रांची से अच्छा था. जबकि, सामान्य तौर पर वहां की आबोहवा राजधानी से खराब रहती है. सोमवार को दोपहर से शाम तक एक्यूआइ 142 के आसपास ही थी. जबकि, जमशेदपुर का एक्यूअाइ दोपहर में 167 तक चला गया था.
पिछले दो-तीन दिनों से राजधानी की आबोहवा बदली हुई है. एक अक्तूबर को भी राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स अधिकतम 152 चला गया था. वहीं दो अक्तूबर को यह 159 तक पहुंच गया था. वातावरण में धूल-कण व अन्य फैक्टर को लेकर एयर क्वालिटी इंडेक्ट निकाला जाता है. एक्यूआइ के 100 से नीचे रहने पर अच्छा माना जाता है. लगातार खराब एयर क्वालिटी इंडेक्स होने पर कई तरह की परेशानी हो सकती है. हवा में प्रदूषण होने पर सांस संबंधी बीमारी वाले लोगों को परेशानी हो सकती है. अस्थमा के मरीजों के लिए प्रदूषण परेशानी का कारण होता है.
सेंटर फॉर इन्वारयमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट (सीड) के निदेशक (अनुसंधान) डॉ मनीष बताते हैं कि अभी जो राजधानी प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण पूजा के कारण शहर के अंदर वाहनों का प्रवेश है. अभी शहर में सामान्य से अधिक वाहन आये हुए हैं. इस कारण वातावरण में सल्फर, नाइट्रोजन, पीएम-2.5 और पीएम-10 भी बढ़ गया है. यह शहर में निकलने पर महसूस भी हो रहा है. सड़क पर फूट स्टेप बढ़ जाने के कारण जो कण सड़क पर थे, वह फिर से हवा में पहुंच जा रहे हैं. आम तौर पर रांची जैसे शहरों में यह नहीं दिखता था.