विशेष संवाददाता, रांची
आजसू पार्टी का तीन दिवसीय महाधिवेशन शुक्रवार से रांची के मोरहाबादी मैदान में शुरू होगा. एक अक्तूबर तक चलनेवाले इस महाधिवेशन में भाग लेने के लिए देश-विदेश से अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ यहां पहुंच रहे हैं. इसमें झारखंड की चुनौतियों व मुद्दों पर विचार और मंथन होगा. केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे. साथ ही झारखंड के आंदोलनकारियों को सम्मानित किया जायेगा. महाधिवेशन के पहले दिन पार्टी का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जायेगा. साथ ही पार्टी के संविधान संशोधन का भी प्रस्ताव पेश किया जायेगा. इसके अलावा झारखंड आंदोलन, राज्य की चुनौतियां, सामाजिक न्याय, राजनीतिक भागीदारी जैसे अहम विषयों पर अलग-अलग क्षेत्र के विशेषज्ञ परिचर्चा करेंगे.
आयोजन स्थल का नाम ‘धरती आबा बिरसा मुंडा परिसर’ रखा गया है. जबकि, सभी कार्यक्रम झारखंड आंदोलन के प्रणेता, ‘लड़ो और पढ़ो’ का नारा देनेवाले विनोद बिहारी महतो सभागार में होगा. 30 सितंबर को मैराथन मंथन होगा. एक अक्तूबर को राजनीतिक प्रस्ताव और जनसभा होगी. महाधिवेशन में 32 हजार गांवों से एक लाख प्रतिनिधि पहुंचेंगे. आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने गुरुवार को महाधिवेशन की तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया और कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी. श्री महतो ने कहा : आजसू पार्टी का महाधिवेशन ‘झारखंड नवनिर्माण का संकल्प समागम’ होगा. इसका उद्देश्य राज्य के निर्माण में योगदान देनेवाले आंदोलनकारियों का सम्मान करना और अलग-अलग क्षेत्रों से आनेवाले विशेषज्ञों के विचारों को एकत्रित कर बेहतर झारखंड के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करना है.
आजसू पार्टी के महाधिवेशन में झारखंड आंदोलन के औचित्य और झारखंडी युवाओं की चुनौतियों पर फोकस परिचर्चा होगी. 29 सितंबर को मोरहाबादी मैदान में उसके उदघाटन के बाद से विभिन्न विषयों पर परिचर्चा शुरू हो जायेगी. 29 और 30 सितंबर को झारखंड आंदोलन के औचित्य और झारखंडी युवाओ की चुनौतियों के साथ ही स्थानीयता एवं नियोजन नीति, सामाजिक न्याय और राजनीतिक भागीदारी, झारखंड की भाषा, संस्कृति पर भी विशेषज्ञ अपनी बातें रखेंगे.
वहीं भूमि|, कृषि एवं सिंचाई , खनन और उद्योग, पर्यावरण और पर्यटन विषय पर भी मंथन होगा. झारखंड में शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति के साथ ही स्वशासन एवं महिला सशक्तीकरण पर परिचर्चा होगी. झारखंड की चुनौतियों एवं ज्वलंत मुद्दों पर परिचर्चा की जायेगी. इस परिचर्चा में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, शिक्षाविद एवं विशेषज्ञ शामिल होंगे. आजसू पार्टी उनके विचारों को संग्रहित कर विभिन्न पटल पर रखेगी, जिससे झारखंड के नवनिर्माण की रूप रेखा तय हो.
कार्यक्रम में विभिन्न आइआइटी, आइआइएम, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के प्रोफेसर भाग लेंगे. उनके अलावा व्यवसायी वर्ग के लोगों को भी परिचर्चा में शामिल किया जा रहा है. पार्टी के मुताबिक यह महाधिवेशन झारखंड के नवनिर्माण की दिशा में आनेवाली चुनौतियों पर विमर्श और समाधान के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा.
केंद्रीय प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने बताया कि महाधिवेशन के आखिरी दिन एक अक्तूबर को राजनीतिक प्रस्ताव पेश करने के साथ राजनीतिक संकल्प की घोषणा होगी. इसी दिन जनसभा का आयोजन होगा, जिसमें राज्य के सभी 32 हजार गांवों का प्रतिनिधित्व होगा. इस जनसभा में काम से कम एक लाख लोगों की भागीदारी होगी.
कार्यक्रम को लेकर शहर में जगह-जगह पर बड़ी-बड़ी होर्डिंग लगायी गयी है. इसमें महाधिवेशन का कार्यक्रम दर्शाया गया है. वहीं कार्यक्रम स्थल मोरहाबादी मैदान के आसपास झंडा-बैनर लगाये गये हैं. कार्यक्रम के लिए विशाल हैंगर तैयार किया गया है. कार्यक्रम को लेकर पार्टी के बड़े पदाधिकारियों को भी अलग-अलग जिम्मेवारियों दी गयी हैं.
आजसू कार्यकर्ताओं की बैठक जोन्हा कार्यालय में शंकर बेदिया की अध्यक्षता में हुई. बैठक में केंद्रीय अधिवेशन को लेकर कार्यकर्ताओं को जिम्मेवारी सौंपी गयी. बैठक में जिप सदस्य राजेंद्र शाही मुंडा, अजीत महतो, अमर सिंह मुंडा, दीनदयाल बेदिया, विक्रम ठाकुर, मोहन महतो, विजय उरांव, सीताराम साहू, पंकज गुप्ता, सीताराम रजवार, भोलानाथ बेदिया, सहित अन्य उपस्थित थे. इधर गेतलसूद में भी कार्यकर्ताओं की बैठक हुई. पूर्व प्रत्याशी पारसनाथ उरांव ने कार्यकर्ताओं को अधिवेशन में पहुंचने का आह्वान किया. बैठक में जलनाथ चौधरी, अनिल मुंडा, सोनी देवी, आरती देवी, रीमा देवी आदि उपस्थित थे.
जनभावना से खिलवाड़ कर रहे सरकार के मुखिया : सुदेश
रांची. आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि झारखंड की स्थिति ठीक करने के लिए राज्य की चिंता करनेवालों को मिलजुल कर आगे आना होगा. इसके लिए सोच बदलना भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि यहां सरकार के मुखिया जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. गुरुवार को हरमू स्थित केंद्रीय कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में वह बोल रहे थे. मिलन समारोह में जेवीएम के पूर्व केंद्रीय महासचिव खालिद खलील ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. मौके पर खालिद खलील ने कहा कि झामुमो और कांग्रेस ने सिर्फ राज्य के मुसलमानों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल कर उन्हें ठगने का काम किया है. मौके पर डॉ इंतेजार अली, मो मिनाज, जियाउल हक, इकराम अमिश, मो एहतेशाम, रिजवान अली, रोहित सिंह, इम्तियाज खान, शाबाज अमन, मो. उजेफा, अभिषेक कुमार, मनीष कुमार आदि पार्टी में शामिल हुए.