रांची : आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा कि राज्य की मजबूर सरकार का मजबूती से सामना करने का समय आ गया है. माटी के प्रति प्रेम जगाने का समय आ गया है. मुझे ऐसा नौजवान कार्यकर्ता चाहिए, जो झारखंड को संवारे. हम भटकनेवाले नहीं हैं. मेहनत से जहान को संवार लेंगे. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे गांवों-चौपालों तक जायें और चुनावी तैयारी में जुट जायें. एक-एक वोटर से मिलकर उन्हें अपने हक का बोध करायें. श्री महतो रविवार को मोरहाबादी मैदान में पार्टी के केंद्रीय महाधिवेशन के समापन पर बोल रहे थे. मौके पर 24 राजनीतिक प्रस्ताव भी पास किये गये. इसके तहत विधानसभा की सीट बढ़ा कर 162 करने, एसटी, एससी और पिछड़े वर्ग का आरक्षण बढ़ाने तथा सरना धर्म कोड लागू करने समेत कई अन्य प्रस्ताव पास किये गये.
इस मौके पर पार्टी का पुनर्गठन किया गया. इसमें सर्वसम्मति से सुदेश कुमार महतो को केंद्रीय अध्यक्ष बनाया गया. श्री महतो ने कहा कि दुख होता है कि ऐसे आदमी के हाथ में झारखंड की राजनीति है, जिसे उसका बोध नहीं है. मूलवासी -आदिवासी के लिए संघर्ष करते-करते आज का राजनीतिक नेतृत्व इस वर्ग का ही शोषक बन गया है.
हेमंत सोरेन का आदिवासी दर्शन पांच किलो चावल और धोती-साड़ी वाला :
श्री महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आदिवासी दर्शन क्या है. पांच किलो चावल और धोती- साड़ी देकर उन्हें हाशिये पर रखना. जबकि हमारा आदिवासी दर्शन क्रांतिकारी सिदो- कान्हू, वीर बिरसा, बुधू भगत, जयपाल सिंह, टाना भगत हैं. मेरा एजेंडा गांव, चौपाल और पंच है. उन्होंने कहा कि अलग राज्य का बंटवारा भोगोलिक हिस्सेदारी नहीं, बल्कि झारखंडी अस्मिता, वजूद, जल, जंगल, जमीन की रक्षा और मूलवासियों के हितों को सुरक्षित करना था. झारखंडी मूलवासियों को उनका अधिकार शहीदों के सपनों के अनुसार दिलाया जायेगा. मौके पर पार्टी सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, विधायक लंबोदर महतो, विधायक सुनीता चौधरी सहित कई गणमान्य मौजूद रहे.