ऑल इंडिया उर्दू कन्वेंशन में रिसर्च स्कॉलर्स ने पेश किए रिसर्च पेपर्स, 7 मई को होगा कवि सम्मेलन सह मुशायरा
ऑल इंडिया उर्दू कन्वेंशन के प्रथम सत्र की अध्यक्षता अली इमाम खान ने की, जबकि संचालन डॉ संजीव कुमार ने किया. इस सत्र में विभिन्न रिसर्च स्कॉलर्स ने शीर्षक 'उर्दू और हिन्दी का तख्लीकी रिश्ता: माजी और हाल' के अंतर्गत अपने रिसर्च पेपर्स प्रस्तुत किए. इस सत्र का धन्यवाद ज्ञापन अशोक शुभदर्शी ने किया.
रांची: जनवादी लेखक संघ के तत्वावधान में आयोजित होने वाले ऑल इंडिया उर्दू कन्वेंशन के उद्घाटन सत्र की शुरुआत शनिवार को हुई. एसडीसी सभागार में उद्घाटन सत्र का संचालन एमजेड खान ने किया. उद्घाटन सत्र में जाकी अनवर, सिद्दीक मुजीबी, वहाब दानिश, प्रकाश फिकरी, इलियास गद्दी, गेयास अहमद गद्दी, नादिम बलखी, महजूर शम्सी, जहीर गाजीपुरी, शीन अख्तर आदि अदीबों और शायरों को खिराजे अकीदत पेश किए. कवि सम्मेलन सह मुशायरा के साथ उर्दू कन्वेंशन का रविवार को समापन किया जाएगा.
ऑल इंडिया उर्दू कन्वेंशन के प्रथम सत्र की अध्यक्षता अली इमाम खान ने की, जबकि संचालन डॉ संजीव कुमार ने किया. इस सत्र में विभिन्न रिसर्च स्कॉलर्स ने शीर्षक ‘उर्दू और हिन्दी का तख्लीकी रिश्ता: माजी और हाल’ के अंतर्गत अपने रिसर्च पेपर्स प्रस्तुत किए. इस सत्र का धन्यवाद ज्ञापन अशोक शुभदर्शी ने किया. द्वितीय सत्र का आरंभ 3 बजे से हुआ. इस सत्र का शीर्षक था ‘समकालीन उर्दू अदब के रूझानात और सरोकार’ इस सत्र के वक्ता थे डॉ नजमा रहमानी, डॉ सफदर इमाम कादरी और डॉ शहाब जफर आजमी. इस सत्र का धन्यवाद ज्ञापन अशोक कुमार ने किया. तीसरे सत्र का आरंभ संध्या 5 बजे से शीर्षक ‘उर्दू साहाफत: आज और कल’ के साथ हुआ. इस सत्र की अध्यक्षता और संचालन डॉ आगा ज़फ़र ने किया और धन्यवाद ज्ञापन गोपाल प्रसाद ने किया.
तीसरा सत्र उर्दू सहाफत का था, जिसकी अध्यक्षता सैयद रेहान गनी ने की. संचालन मुंबई के सहाफी मुख्तार खान ने किया. वक्ताओं में मुंबई के असलम परवेज, शैदाई और जमशेद क़मर थे. उर्दू सहाफत की गिरती हुई पर सूरते हाल पर अपनी बातें रखीं. धन्यवाद ज्ञापन नलिन रंजन सिंह ने किया. इस सत्र का धन्यवाद ज्ञापन गोपाल प्रसाद ने किया. इस सत्र के साथ ही प्रथम दिन के कार्यक्रम का समापन हुआ. आज के सत्र में शोधार्थियों ने भी अपने पेपर पढ़े. 50 शोधार्थियों ने पेपर प्रस्तुतिकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कराए. कल दूसरे दिन रविवार को भी विभिन्न विषयों पर 4 विचार सत्र आयोजित किए जाएंगे और अंत में कवि सम्मेलन सह मुशायरा के साथ उर्दू कन्वेंशन का समापन किया जाएगा.