जेएसएससी : पेपर लीक होने का आरोप, परीक्षा रद्द

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जेएसएससी द्वारा रविवार को आयोजित सीजीएल परीक्षा में कथित तौर पर पेपर लीक की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है. श्री मरांडी ने कहा कि कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर आंसर शीट जारी की है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 29, 2024 2:31 AM

रांची : झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 के पहले दिन की परीक्षा में अभ्यर्थियों द्वारा पेपर लीक का आरोप लगाया गया. तीसरे पेपर (सामान्य ज्ञान) की परीक्षा का प्रश्न पत्र एक दिन पहले ही लीक हो जाने का आरोप है. अभ्यर्थियों के आरोप को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की ओर से गंभीरता से लिया गया. इसके बाद जेएसएससी ने तृतीय पाली में संपन्न सामान्य ज्ञान (तीसरा पेपर) की परीक्षा को अपरिहार्य कारण बताते हुए रद्द कर दिया. जेएसएससी के परीक्षा नियंत्रक की ओर से जारी आवश्यक सूचना में कहा गया है कि उक्त पेपर की परीक्षा की नयी तिथि की घोषणा आयोग की वेबसाइट पर यथाशीघ्र की जायेगी. उधर पेपर लीक होने के आरोप में अभ्यर्थियों द्वारा प्रदर्शन किया गया. मामले की जानकारी आयोग को होने के बाद उस पर त्वरित कार्रवाई की गयी. आयोग के उच्चस्तरीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहली नजर में पेपर लीक के आरोपों को सही पाया गया है. इस मामले में आयोग ने सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया. संभवत: मामले में प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी. उल्लेखनीय है कि रविवार को राज्य के 735 केंद्रों पर तीन पालियों में परीक्षा ली गयी. लगभग तीन लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए हैं. इसी प्रतियोगिता की दूसरी परीक्षा चार फरवरी को आयोजित की जायेगी, जिसमें लगभग 3.17 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे. उल्लेखनीय है कि सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 में लगभग 6.50 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है.

पेपर लीक मामले की हो सीबीआइ जांच : बाबूलाल

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जेएसएससी द्वारा रविवार को आयोजित सीजीएल परीक्षा में कथित तौर पर पेपर लीक की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है. श्री मरांडी ने कहा कि कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर आंसर शीट जारी की है. साथ ही व्हाट्सऐप पर भी परीक्षा के पहले ही प्रश्न पत्रों के सामने आने की बात आ रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आयोजित यह परीक्षा भ्रष्टाचार के दायरे में आ गयी है. इस मामले की जांच सीबीआइ से करायी जानी चाहिए.

Also Read: सीजीएल परीक्षा का तीसरा पेपर लीक होने पर रांची में हंगामा, मेन रोड के पास अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया

Next Article

Exit mobile version