अमन साहु ने अपने शूटर से होटवार जेल अधीक्षक पर हमला करने को कहा, मुहैया कराये हथियार

बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, रांची के अधीक्षक हामिद अख्तर पर कभी भी हमला हो सकता है. गैंगस्टर अमन साहु ने जेल अधीक्षक पर हमले के लिए शूटरों को हथियार मुहैया कराया है. लातेहार की बालूमाथ पुलिस की पूछताछ में अमन साहु ने खुद यह बात कबूल की है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 4, 2023 11:47 AM

रांची, प्रणव. बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, रांची के अधीक्षक हामिद अख्तर पर कभी भी हमला हो सकता है. गैंगस्टर अमन साहु ने जेल अधीक्षक पर हमले के लिए शूटरों को हथियार मुहैया कराया है. लातेहार की बालूमाथ पुलिस की पूछताछ में अमन साहु ने खुद यह बात कबूल की है.

अमन साहु को विशेष सेल में डाल दिया था

उसने पुलिस को बताया है कि बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में रहने के दौरान वह नेट का प्रयोग अपराधी अमजद गद्दी के मोबाइल नंबर से किया करता था. इसकी जानकारी होने पर जेल अधीक्षक ने उसे विशेष सेल में डाल दिया था. जहां से उसे मोबाइल का उपयोग करने व अपने सहयोगियों से संपर्क करने में दिक्कत हो रही थी. इसलिए उसने जेल अधीक्षक को सबक सिखाने की ठानी और जेल से ही अधीक्षक पर हमला कराने की योजना बनायी.

गैंग के सदस्य शाहरुख अंसारी से संपर्क किया

विशेष सेल में रहने के दौरान किसी तरह से मोबाइल फोन का उपयोग कर अपने गैंग के सदस्य शाहरुख अंसारी से संपर्क किया. हथियार सप्लायर से एक कार्बाइन और पिस्टल शाहरुख के रिश्तेदार वसीम अंसारी व जसीम अंसारी के यहां मंगवाया. वहीं, शाहरुख के भाई सैफ अंसारी उर्फ बबलू को जेल अधीक्षक रांची के ऊपर गोली चलाने का काम दिया. सैफ अंसारी उर्फ बबलू ने कनभिट्ठा जाकर वसीम अंसारी व जसीम अंसारी से कार्बाइन व पिस्टल ले ली है.

रंगदारी का पैसा जमा करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा में खोला खाता

गैंगस्टर अमन साहु और सुजीत सिन्हा ने गैंग द्वारा वसूली गयी रंगदारी की रकम जमा करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता संख्या 00160200000673 खुलवाया है. यह अकाउंट अमन साहु ने गिरोह के सदस्य आनंद सोनकर द्वारा खुलवाया. इस खाते में आनेवाले रंगदारी के पैसे को अमन साहु व सुजीत सिन्हा अपने मित्रों, रिश्तेदारों, गैंग के सदस्यों व हथियार सप्लायरों को भेजते हैं. इस शातिर का संबंध कई राज्यों के आपराधिक गिरोह के सदस्यों से है.

गिरोह के पास 250 हथियार, पांच एके-47

अमन साहु गिरोह ने रंगदारी के पैसे से 250 हथियार खरीदे हैं. इसमें पांच एके-47, नौ कार्बाइन, 70 कट्टा और 166 पिस्टल हैं. इसे गिरोह के लोगों में बांटा गया है. लातेहार निवासी प्रदीप गंझू को एक एके-47 दिया गया था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया था.

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