गैंगस्टर अमन साहु उर्फ अमन साव ने रिमांड अवधि में पूछताछ के दौरान अपने सहयोगियों में रांची के दो भाजपा नेताओं (रमेश सिंह और ललेश्वर महतो) का नाम लिया था, लातेहार पुलिस इसकी जांच करेगी. उसने जिन अन्य मददगारों, हथियार सप्लायरों का नाम लिया था, उन बिंदुओं की भी पुलिस जांच करेगी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिन कोयला ट्रांसपोर्टरों, लिफ्टर, कोयला उत्खनन से जुड़ी वैसी कंपनियां, जिनसे रंगदारी मांगी गयीं, सबके बारे में पुलिस जानकारी जुटायेगी. यह भी संभव है कि अमन साहु ने जिन लोगों का नाम लिया है या उनके आपराधिक कृत्य में शामिल होने का आरोप लगाया है, उनसे पुलिस पूछताछ भी कर सकती है. वहीं रंगदारी के पैसे से अमन साहु और सुजीत सिन्हा ने जिन स्थानों पर संपत्ति खरीदी है या बैंक खातों में पैसे जमा किये हैं, उन्हें जब्त करने की कार्रवाई भी पुलिस करेगी.
मनीष जैन (हवाला कारोबारी, अलीपुर बालीगंज निवासी), ललेश्वर महतो (भाजपा नेता, राय बचरा निवासी), रमेश सिंह (भाजपा नेता सह प्रदेश कार्यसिमिति सदस्य, रातू रोड निवासी), शिवा सरदार (बुरहानपुर, मध्यप्रदेश, हथियार सप्लायर), नवीन यादव ( हथियार सप्लायर, मुंगेर), संगनाथन (हथियार सप्लायर, अरुणाचल प्रदेश), फिरोज अंसारी ( हथियार सप्लायर, खलारी, रांची), अफरोज अंसारी ( हथियार सप्लायर, उमेडंडा, बुढ़मू, रांची),
ब्रजकिशोर सिंह (आरा, बिहार), अभिषेक सिंह, (छपरा), अभिषेक पांडेय (चेशायर होम रोड), राजा अंसारी (जयनगर, पतरातू, रामगढ़), अभिषेक सिंह, (भागलपुर, बिहार), अभिजीत उर्फ सेंटी, धनबाद, चंदन साव (पतरातू, रामगढ़) और समीर उर्फ कल्लू बंगाली, कमड़े, रातू, रांची शामिल है. इसके अलावा हजारीबाग के केरेडारी और चंदवा के भी कुछ लोगों का नाम उसने लिया है.