झारखंड के सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा- किसी तरह की अफवाह पर न दें ध्यान
मुख्यमंत्री आवास शनिवार को खबरों को केंद्र में रहा. तरह-तरह की अफवाहें उड़ती रहीं. सुबह आठ बजे से पत्रकार जुटने लगे. अफवाह उड़ी कि रात दो बजे ही सभी विधायकों को वोल्वो बस से छत्तीसगढ़ ले जाया गया है. सारे मीडियाकर्मी जुटने लगे. थोड़ी बाद पता चला कि कोई छत्तीसगढ़ नहीं गया है.
Jharhand Political News: मुख्यमंत्री आवास शनिवार को खबरों को केंद्र में रहा. तरह-तरह की अफवाहें उड़ती रहीं. सुबह आठ बजे से पत्रकार जुटने लगे. अफवाह उड़ी कि रात दो बजे ही सभी विधायकों को वोल्वो बस से छत्तीसगढ़ ले जाया गया है. सारे मीडियाकर्मी जुटने लगे. थोड़ी बाद पता चला कि कोई छत्तीसगढ़ नहीं गया है. बल्कि सारे लोग यहीं हैं. 11 बजे दिन से यूपीए विधायक दल की बैठक बुलायी गयी थी.
सीएम आवास में हुई बैठक
इससे पहले सीएम आवास में हुई बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अफवाह पर ध्यान न दें. हमलोगों को कोई छत्तीसगढ़ तो कोई बंगाल भेज रहा है. पर हमलोगों को एकजुट रहना है. जो भी परिस्थितयां आती हैं, हमें मिलकर सामना करना होगा. विधायकों का कहना था कि हमलोगों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है. हमलोग झारखंड में ही रहें. राजधानी के आसपास ही रहें कि किसी भी आपात स्थिति में हमलोग तुरंत पहुंच जायें. यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए. पूर्व में पतरातू जाने की योजना बनी फिर किसी ने लतरातू जाने का सुझाव दिया. तब लतरातू डैम जाना सुनिश्चित किया गया. रविवार को भी विधायक आसपास ही कहीं जायेंगे.
कयासों का बाजार रहा गर्म
इससे पहले सुबह 11 बजते ही सीएमओ के पास पत्रकारों की भीड़ जमा हो गयी. एक-एक कर विधायक आने लगे. विधायकों की कार की डिक्की में लगेज भी थे. इसे देखते ही यह कयास लगाया गया कि संभवत: सारे विधायक कहीं बाहर जायेंगे. लगेज को लेकर ही खबरें चलनी लगी. इसी दौरान दीपिका पांडेय सिंह आयीं. गार्ड ने उनकी डिक्की खोल दी. इस पर वह काफी नाराज भी हुई. इसके बाद विधायक नलिन सोरेन मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. गाड़ी की पिछली सीट पर नजर पड़ी लाल रंग के बैग पर. पत्रकारों के बीच चर्चा तेज हो गयी कि विधायक पूरी तैयारी के साथ आये हैं, राज्य के बाहर जा सकते हैं.
विधायकों की गाड़ियों की डिक्की पर पत्रकारों की रही नजर
नलिन सोरेन से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा मेरा बैग हमेशा मेरे साथ रहता है. पता नहीं कब कहां ठहरना पड़ जायेगा. मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में भी बैग लेकर घूमता हूं. पत्रकारों के सवालों को इस तरह टाल कर नलिन सोरेन सीएम आवास के अंदर चले गये. इसके बाद जितने भी विधायक आये, उनकी गाड़ी की पिछली सीट और डिक्की पर पत्रकारों की नजर दौड़ने लगी. कई विधायकों की डिक्की में बैग नजर आये. सवाल भी अब उनके बैग पर केंद्रित हो गये. एक के बाद एक कई विधायक मुख्यमंत्री आवास पहुंचते रहे. चर्चा तेज होती रही. इस बीच चर्चा हुई कि बस आ गयी है. जिसमें विधायक बैठकर यहां से निकलेंगे. लेकिन, किसी के पास कोई पुख्ता खबर नहीं. विधायकों के अंदर आने का सिलसिला जारी रहा.
दो दिन अनुपस्थित रहने के बाद सामने आये बसंत
हेमंत सोरेन के भाई और विधायक बसंत सोरेन भी थोड़ी देर बाद पहुंचे. गाड़ी का शीशा खोलकर पत्रकारों का अभिवादन करते मुख्यमंत्री आवास के अंदर चले गये. वह पिछले दो दिनों से बैठक में अनुपस्थित थे. शनिवार को ही वह रांची लौटे और सीधे बैठक में पहुंचे. वहीं दिन के दो बजे के करीब सीएम आवास के पूर्वी दरवाजे से तीन बस निकली, जिसमें मुख्यमंत्री समेत सारे विधायक मौजूद थे. ये बस लतरातू डैम के लिए निकली थी.
Posted By: Rahul Guru