रांची : आइएमए के सचिव सह कांके जेनरल हाॅस्पिटल कांके के निदेशक डाॅ शंभु प्रसाद से 20 लाख रुपये रंगदारी मांगने व धमकी देने को लेकर गुरुवार को राजधानी के डॉक्टरों की बैठक कांके जेनरल अस्पताल में हुई. डॉक्टरों ने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार चेन्नई अपोलो जैसे अस्पताल को यहां लाने की तैयारी कर रही है. वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र में जो डॉक्टर सेवा दे रहे हैं उन्हें सम्मान व सुरक्षा नहीं मिलना खेदजनक है.
डॉक्टरों ने कहा कि छठ पूजा के बाद प्रशासन के अधिकारियों से मिल कर डॉक्टरों की सुरक्षा व दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की जायेगी. यह भी कहा कि जिस प्रकार से फोन पर 20 लाख रंगदारी मांग गयी है, उससे डॉक्टरों में भय का माहौल है. इसलिए डॉक्टरों को सुरक्षा नहीं मिली तो वे पलायन करने को विवश होंगे. बैठक में आइएमए के महासचिव डॉ प्रदीप सिंह, डॉ शंभु प्रसाद सिंह, डॉ वीपी कश्यप, डॉ ओपी महनसरिया, डॉ अनंत सिन्हा, डॉ गौतम मित्रा, डॉ जितेंद्र सिन्हा, डॉ अजीत कुमार आदि उपस्थित थे.
दूसरी ओर डाॅ शंभु से पीएलएफआइ के नाम पर 20 लाख रुपये लेवी मांगे जाने से पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप ने इनकार किया है. इसको लेकर दिनेश गोप ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि डॉ शंभु प्रसाद सिंह से संगठन के द्वारा लेवी नहीं मांगी गयी है. संगठन में भगत नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं है.
पीएलएफआइ डॉक्टर से लेवी मांगे जाने का खंडन करता है. रंगदारी मांगने वाला कोई चोर गिरोह होगा. पीएलएफआइ डॉक्टर जैसे प्रतिष्ठित लोगों से लेवी मांगने का घिनौना काम नहीं करता है. गौरतलब है कि डॉ शंभु प्रसाद सिंह से पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर बुधवार को 20 लाख रंगदारी मांगी गयी थी. उन्हें भगत जी के नाम से पत्र भेजा गया था.
posted by : sameer oraon