अरगोड़ा अंचल कार्यालय में ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर 40 से अधिक मामले लंबित हैं. महीनाें चक्कर लगाने के बाद भी अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र नहीं मिलता है. अभ्यर्थी आवेदन करने के बाद अंचल कार्यालय का चक्कर लगाकर थक गये हैं. ज्यादा पूछताछ करने पर अधिकारी व कर्मचारी कह देते हैं कि 10 दिन बाद दोबारा आकर पता कर लें. बन जायेगा, तो मिल जायेगा. अधिकारी और कर्मचारी तरह-तरह की दलील देते हैं, जो अभ्यर्थियों की समझ से परे होता है. ऑनलाइन आवेदन कैसे रद्द हो गया है, इसकी जानकारी भी नहीं दी जाती है.
रामकेश्वर महतो
ओबीसी आवेदन के लिए कई महीनाें से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अब तक सर्टिफिकेट जारी नहीं हुआ है. कर्मचारी दौड़ाते हैं. पता करने जाने पर अगले सप्ताह आने के लिए कह दिया जाता है. इस सप्ताह भी कार्यालय गये, तो अगले सप्ताह आने की बात कही गयी.
बसंत महतो
नामांकन के लिए सर्टिफिकेट मांगा जा रहा है, लेकिन अंचल कार्यालय में आवेदन देने के बाद भी सर्टिफिकेट नहीं बन रहा है. किस वजह से काम नहीं हो रहा है, यह भी नहीं बताया जाता है. अधिकारी व कर्मचारी बार-बार पूछने पर गुस्सा हो जाते हैं और काम नहीं करने की धमकी देते हैं.
राहुल प्रसाद
ओबीसी प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किये दो माह बीत चुके हैं, लेकिन अब तक कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं. यहां आने पर कोई सुनने को तैयार नहीं है. केवल आश्वासन मिलता है. कई बार तो घंटों इंतजार के बाद भी कर्मचारी नहीं मिलते हैं.
सुनील साहू
प्रमाण पत्र बनवाना किसी पहाड़ पर चढ़ने से भी मुश्किल है. ऑनलाइन आवेदन किये थे, उसे रद्द कर दिया गया. किस वजह से आवेदन रद्द किया गया, इसके बारे में बताया नहीं जा रहा है. कर्मचारी कह रहे हैं, दोबारा आवेदन करें.
रांची जिले के अंचलों में आम लोगों को हो रही परेशानी प्रभात खबर हर दिन प्रकाशित कर रहा है. पहले हेहल अंचल, इसके बाद नामकुम अंचल के लोगों की परेशानी हमने छापी. अब अरगोड़ा अंचल का हाल छाप रहे हैं. अगर आपको भी अंचल कार्यालय में म्यूटेशन, जाति, आय प्रमाण पत्र, पेंशन सहित अन्य किसी काम में परेशानी आ रही है, तो दस्तावेज के साथ विवरण हमें मेल करें. अपना फोन नंबर भी भेज सकते हैं. हम आपकी पीड़ा छापेंगे. आप मेल आइडी rajib.pandey@prabhatkhabar.in पर अपनी समस्या साझा कर सकते हैं.