Jharkhand: आंगनबाड़ी सेविकाओं को 9500 और सहायिकाओं को 4750 रुपये मानदेय मिलेगा

Jharkhand: अब आंगनबाड़ी सेविका को हर माह नौ हजार की जगह 9500 रुपये और सहायिका को 4500 की जगह 4750 रुपये मानदेय मिलेगा. यह घोषणा मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने बुधवार को हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम, खेलगांव रांची में की.

By Mithilesh Jha | March 7, 2024 6:20 PM

Jharkhand: अब आंगनबाड़ी सेविका को हर माह नौ हजार की जगह 9500 रुपये और सहायिका को 4500 की जगह 4750 रुपये मानदेय मिलेगा. यह घोषणा मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने बुधवार को हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम, खेलगांव रांची में की.

इस मौके पर उन्होंने ‘सर्वजन पेंशन योजना’ के तहत 50 से 60 वर्ष के लाभुकों के बीच पहली किस्त की राशि का हस्तांतरण किया. इस योजना के तहत मुख्यमंत्री ने एक लाख 58 हजार 218 आदिवासी, दलित और महिला लाभुकों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से ‘वृद्धापेंशन’ की पहली किस्त के रूप में 31 करोड़ 64 लाख 36 हजार रुपये हस्तांतरित किये.

बोले सीएम चंपाई सोरेन

  • भाजपा ने आदिवासी-मूलवासियों को ठगा, हमारी सरकार ने गांव-गांव घूम कर गरीबों का दर्द समझा
  • राज्य के आदिवासी, मूलवासी, अल्पसंख्यक और पिछड़ा समुदाय से भाजपा को कोई हमदर्दी नहीं
  • इनकी नजर सिर्फ इनकी खनिज संपदा पर, इन्होंने सिर्फ अनर्गल प्रचार-प्रसार में अपना समय बिताया

इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा : राज्य गठन के 24 वर्ष बीत गये हैं, लेकिन आदिवासी-मूलवासी का जितना विकास होना चाहिए था, उतना नहीं हुआ है. राज्य में सबसे अधिक शासन करनेवाली भाजपा को राज्य के आदिवासी, मूलवासी, अल्पसंख्यक व पिछड़ा समुदाय के प्रति कोई हमदर्दी नहीं थी. इनकी नजर सिर्फ इनकी खनिज संपदा पर थी. इसलिए भाजपा ने इन्हें ठगा है. भाजपा ने सिर्फ अनर्गल प्रचार-प्रसार करने में अपना समय व्यतीत किया.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने राज्य को विकास की श्रेणी में सबसे निचले पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया. इससे त्रस्त होकर राज्य की जनता ने 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में महागठबंधन को जनादेश दिया. दो साल तक कोरोना दंश झेलने के बाद गठबंधन की सरकार ने गांव-गांव घूम कर गरीबों के दर्द को समझा.

क्या-क्या हुआ कार्यक्रम के दौरान

  • ‘सर्वजन पेंशन योजना’ के तहत महिलाओं, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के 1,58,218 लाभुकों को वृद्धापेंशन की पहली किस्त के रूप में 31 करोड़ 64 लाख 36 हजार रुपये का वितरण.
  • ‘सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना’ के तहत लगभग 4500 किशोरियों के बीच लगभग 27 करोड़ रुपये का वितरण. सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना के वेब पोर्टल का लोकार्पण.
  • ‘मुख्यमंत्री कन्यादान योजना’ के 3000 लाभुकों के बीच आठ करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ दिया गया.
  • ‘राज्य विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना’ के तहत सात लाभुकों को 14 लाख की प्रोत्साहन राशि का वितरण.
  • ‘पारिवारिक हितलाभ योजना’ के 736 लाख लाभुकों के बीच 1.47 करोड़ की राशि का वितरण.
  • पोषण विषय पर शॉर्ट फिल्म, सक्षम आंगनबाड़ी बुकलेट व पोषण धारा पत्रिका का विमोचन.

इनके लिए ‘सर्वजन पेंशन योजना’ समेत कई जन कल्याणकारी योजनाएं शुरू कीं. श्री सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार ने आदिवासी, दलित, पिछड़ा व अल्पसंख्यक वर्ग को केंद्र में रख कर योजना बनायी है, ताकि जिस उद्देश्य के लिए अलग राज्य का गठन हुआ था, उसे साकार किया जा सके.

पहली बार शुरू हुई ‘राज्य विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना’

मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के दर्द को देखते हुए सरकार ने सर्वजन पेंशन योजना की न्यूनतम उम्र सीमा को 60 से घटा कर 50 वर्ष किया, ताकि राज्य की महिलाएं व एसटी-एससी वर्ग के लोगों को आर्थिक मदद मिल सके. वहीं, पहली बार ‘राज्य विधवा पुनर्विवाह प्रोत्साहन योजना’ की शुरुआत की है.

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इसके तहत विधवा पुनर्विवाह करनेवाली महिला को दो लाख रुपये सहायता राशि दिये जाने का प्रावधान है. मौके पर महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री बेबी देवी, सांसद महुआ माजी, डीजीपी अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल महिला और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

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