रांची : अंजुमन अस्पताल प्रबंधन समिति ने रविवार को अस्पताल के पूर्व सचिव डॉ तारिक हुसैन पर अस्पताल को बंद कराने का आरोप लगाया. समिति के शफीकुर्रहमान ने कहा कि वह अस्पताल की नयी कमेटी को एनओसी और स्टाफ का बकाया पेमेंट सहित अन्य वित्तीय खर्च नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल को सुचारू रूप से चलाने के लिए पूर्व की कमेटी में डॉ तारिक हुसैन को कामचलाऊ रूप से सचिव बनाया गया था. उस कमेटी में आर्थिक रूप से अनियमितता उजगार होने के बाद प्रबंधन कमेटी को भंग करते हुए बायलॉज के अनुसार यह कमेटी बनायी गयी. जिसमें अनवर आलम सचिव ,जाहिद काजल उपाध्यक्ष,नदीम इकबाल सह-सचिव और शाहिद कोषाध्यक्ष सहित नौ लोगों को सदस्य चुना गया.
इधर, अंजुमन के महासचिव डॉ तारीक हुसैन ने कहा कि अस्पताल के लिए अवैध तरीके से बनायी गयी कमेटी इसके लिए जिम्मेवार हैं.उन्होंने कहा कि अस्पताल अंजुमन इस्लामिया की संपत्ति है. लेकिन कुछ लोग अस्पताल समेत अन्य विंग को अंजुमन से अलग करने की साजिश रच रहे हैं. ऐसा नहीं होने दिया जायेगा. अंजुमन के संयुक्त सचिव यानी अस्पताल के कोषाध्यक्ष से अस्पताल का हिसाब मांगा गया, लेकिन अब तक हिसाब नहीं दिया है. जिसकी जानकारी अध्यक्ष को भी है. इसी कारण से डॉक्टरों का वेतन मिलना मुश्किल हो गया है. उन्होंने अंजुमन के अध्यक्ष से गुजारिश की कि वह अंजुमन इस्लामिया की मीटिंग बुलाकर सारे विवाद को खत्म करें. मौके पर अंजुमन के मजलिस ए आमला के सदस्य शाहिद अख्तर , राजा खान, वसीम, नजीब और नदीम अख्तर सहित अन्य उपस्थित थे.
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