प्रखंड से स्कूल तक किताब ले जाने के लिए शिक्षकों को नहीं मिल रहा पैसा
झारखंड शिक्षा परियोजना ने सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को भेजा पत्र. जिलों को 15 दिनों के अंदर राशि निर्धारित कर रिपोर्ट देने का निर्देश.
रांची. राज्य के सरकारी विद्यालयों को प्रखंड मुख्यालय से किताब ले जाने के लिए जिलों द्वारा राशि उपलब्ध कराने का आदेश है. लेकिन, जिलों द्वारा राशि उपलब्ध नहीं करायी जा रही है. इसको लेकर झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक ने सभी जिलों के जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र भेजा है.
जिलों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि प्रखंड मुख्यालय से किताब ले जाने के लिए शिक्षकों द्वारा राशि खर्च की जा रही है. यह गंभीर विषय है. किताब उठाव के लिए प्रति विद्यालय 500 रुपये निर्धारित है. इसके अलावा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रति विद्यालय एक हजार रुपये निर्धारित है. ताकि, सभी सामग्री बिना किसी परेशानी के प्रखंड से विद्यालय तक पहुंच सके. लेकिन, जिलों द्वारा इस आदेश एवं प्रावधान के विरुद्ध कार्य किया जा रहा है. इससे विभाग की छवि धूमिल हो रही है. जिला शिक्षा अधीक्षक को पिछली बैठक में भी ट्रांसपोर्टिंग के लिए वार्षिक रूप से दर निर्धारित करने का निर्देश दिया गया था. इसके बाद भी जिला द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, यह खेदजनक है.दो जिला शिक्षा अधीक्षक को शो कॉज
इस मामले में झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक ने रांची व जामताड़ा के जिला शिक्षा अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. जिला शिक्षा अधीक्षक को तीन दिनों के अंदर जवाब देने को कहा गया है. इसके अलावा सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को तीन दिनों के अंदर दर निर्धारण संबंधित जानकारी देने को कहा गया है. जिला स्तर पर दर निर्धारित नहीं होने की स्थिति में 15 दिनों में दर निर्धारित कर रिपोर्ट देने को कहा गया है.जल्द राशि उपलब्ध कराने की मांग
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने किताब उठाव के लिए राशि नहीं मिलने का मामला उठाया था. संघ के प्रदेश प्रवक्ता नसीम अहमद ने शिक्षा परियोजना निदेशक के पत्र के अनुरूप जल्द राशि का निर्धारण कर स्कूलों को पैसा उपलब्ध कराने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है