Loading election data...

पलामू और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की मिली मंजूरी, MBBS के लिए 100 स्टूडेंट्स ले सकेंगे दाखिला

jharkhand news: पलामू और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में अब स्टूडेंट्स एडमिशन ले सकेंगे. नेशनल मेडिकल कमीशन ने इसकी अनुशंसा कर दी है. इसके साथ ही 100 मेडिकल स्टूडेंट्स के एडमिशन को लेकर रास्ता साफ हाे गया है. जल्द ही मान्यता संबंधी पत्र सरकार को मिल जायेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2021 3:28 PM

Jharkhand news: नेशनल मेडिकल कमीशन ने पलामू और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में एडमिशन को लेकर अपनी मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए MBBS के 100 सीटों पर एडमिशन हो सकेगा. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ ही एडिशनल चीफ सेक्रेट्री से बातचीत हुई है. एक – दो दिनों के अंदर मान्यता संबंधी पत्र प्राप्त हो जायेगा. इस मामले को लेकर झारखंड के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने भी इसकी पुष्टि की है.

नेशनल मेडिकल कमीशन (National Medical Commission) के अंतर्गत कार्यरत मेडिकल असेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड (Medical Assessment and Rating Board) ने कॉलेज के निरीक्षण तथा सामने आयी कमियां जल्द दूर करने को लेकर कॉलेज मैनेजमेंट द्वारा अंडरटेकिंग दिये जाने के बाद एडमिशन की अनुमति की अनुशंसा कर दी है.

बता दें कि दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज को अभी हाल ही में मान्यता मिली थी. मेडिकल काउंसिल ने विभिन्न कमियां गिनाते हुए पिछले वर्ष इन सभी कालेज में एडमिशन पर रोक लगा दी थी. नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के अंतर्गत कार्यरत मेडिकल असेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड ने कॉलेज के निरीक्षण तथा सामने आयी कमियां शीघ्र दूर करने को लेकर कॉलेज मैनेजमेंट द्वारा अंडरटेकिंग दिये जाने के बाद एडमिशन की अनुमति की अनुशंसा की. इसके अलावा 6 अन्य मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव विचाराधीन है. इनमें दो निजी क्षेत्र से हैं.

Also Read: ओमिक्रोन को झारखंड में फैलने से रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया
फैकल्टी की दूर होगी

इन तीनों मेडिकल कॉलेजों (पलामू, हजारीबाग और दुमका मेडिकल कॉलेज) में फैकल्टी और मैनपॉवर की कमी दूर होगी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया कि MCI के मापदंड के हिसाब से यहां प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के पदों पर दो से ढ़ाई लाख के पैकेज पर शिक्षकों को बहाल किया गया है. जल्द ही यहां अन्य तकनीकी पदों पर भी रिक्तियों को अनुबंध पर भरा जायेगा.

लंबे समय से फंसा था मामला

झारखंड में तीन मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की शिक्षा दी जा रही है. जिसमें रिम्स रांची, पीएमसीएच धनबाद और एमजीएम जमशेदपुर शामिल है. वर्ष 2019 में रघुवर सरकार के कार्यकाल में तीन नये मेडिकल कॉलेज खोलने का एलान किया गया था. ये मेडिकल कॉलेज हजारीबाग, पलामू तथा दुमका में खोला जाना था. हालांकि, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने तीनों मेडिकल कॉलेजों में मापदंडों को पूरा न करने के कारण इन्हें मान्यता देने से इंकार कर दिया था.

Posted By: Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version