रांची. सड़कों पर गलत कट हादसों का कारण बन रहे हैं. रोड कट रास्ते की जरूरत के हिसाब से नहीं, बल्कि प्रभुत्व के हिसाब से बनाए जा रहे हैं. कई जगहों पर बेवजह कट बना दिये गये हैं. यही वजह है कि लोग डिवाइडर की गलत कटिंग से वाहन निकालने की कोशिश करते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं. ताजा मामला शनिवार की रात का है. आइएमए भवन के पास एक स्कूटी सवार कट से मुड़ रहा था. इसी दौरान थार जीप ने स्कूटी में धक्का मार दिया. हादसे में स्कूटी सवार दोनों युवकों की मौत हो गयी थी.
बूटी मोड़ से एसएसपी आवास तक 21 कट
बूटी रोड (एसएसपी आवास से बूटी मोड़ तक) शहर के व्यस्ततम मार्ग में से एक है. इस रोड में रिम्स सहित कई निजी अस्पताल व डॉक्टरों के क्लिनिक, स्कूल ऑटोमोबाइल के शो रूम और बैंक हैं. इस कारण यह रोड हमेशा व्यस्त रहता है. रोड में डिवाइडर भी बना हुआ है. लेकिन, लोगों ने अपनी-अपनी सुविधा के हिसाब से कट बनवा लिया है. इस रोड में कुल 21 कट हैं. इनमें से कई कट ऐसे हैं, जिसकी कोई आवश्यकता नहीं है. इसे बंद कर देने से दुर्घटना में भी कमी आयेगी. वहीं, बरियातू हाउसिंग कॉलोनी चौक के 25 कदम आगे डीएवी पब्लिक स्कूल है. स्कूल होने के कारण वहां कट दिया गया है. वहीं, बरियातू हाउसिंग कॉलोनी से यूनिवर्सिटी कॉलोनी की दूरी 200 मीटर है. इसके बीच में दो कटिंग है, जबकि इसकी आवश्यकता नहीं है. इसके अलावा बरियातू बस्ती, आलम नर्सिंग होम के पास 100 मीटर के बीच दो कटिंग, रिम्स के आगे झारखंड आई बैंक से लेकर हरिहर सिंह रोड मोड़ तक दो कटिंग, पल्स अस्पताल के आगे दो कटिंग, बालिका उच्च विद्यालय के आगे सेंट्रल एकेडमी से लेकर करमटोली चौक के बीच चार कट ऐसे हैं, जिसकी कोई आवश्यकता नहीं है.
कोकर से बूटी मोड़ तक हर 10 कदम पर है कट
विकास से बूटी मोड़ होते हुए कांटाटोली चौक तक सड़क को चौड़ा किया जा रहा है. इसके लिए सड़क के बीच में डिवाइडर का निर्माण किया जा रहा है. इस सड़क में कोकर से बूटी मोड़ के बीच हर 10 कदम पर कट है. कुल 14 कट हैं. नतीजा, जिसे जहां मन कर रहा है, वहीं से अपना वाहन मोड़ दे रहा है. इस कारण दुर्घटना हो रही है. सड़क चौड़ीकरण करके यहां बीच में डिवाइडर का निर्माण तो करा दिया गया है. लेकिन, लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. इस टू लेन सड़क में एक लेन पर दिन भर वाहन खड़े रहते हैं. इस कारण रुक-रुककर यहां दिनभर जाम लगता रहता है. लेकिन, ऐसे वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.