Jharkhand News: NIA ने शुरू की हथियार आपूर्ति मामले की जांच, सीआरपीएफ जवान सहित कई जवान हैं आरोपी

हथियार तस्करी मामले में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों के शामिल होने के कारण एनआइए ने केस टेकओवर किया. एंटी टेररिस्ट स्क्वाॅयड की जांच में हुआ था मामले का खुलासा, सीआरपीएफ जवान सहित कई को बनाया गया है आरोपी

By Prabhat Khabar News Desk | December 16, 2021 12:48 PM

रांची : नक्सलियों व गैंगस्टर अमन साहू गिरोह सहित अन्य को हथियार व गोली सप्लाई के मामले को नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने टेकओवर किया है. झारखंड के एंटी टेररिस्ट स्कवाॅयड (एटीएस) के खुलासे के बाद मामले में रांची में दर्ज केस संख्या 01/2021 को धुर्वा स्थित एनआइए ब्रांच ने टेकओवर कर केस संख्या आरसी 04/2021/एनआइए/आरएनसी दर्ज किया है.

इसमें सीआरपीएफ जवान अविनाश कुमार, ऋषि कुमार, पंकज सिंह, संजय सिंह, मुजाहिद खान, अमन साहू व अरुण सिंह को आरोपी बनाया है. मामले का तार महाराष्ट्र, यूपी, मध्यप्रदेश, बिहार, दिल्ली व हरियाणा से जुड़ने व केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों के शामिल होने के कारण एनआइए ने मामले को टेकओवर किया है.

मामले में झारखंड एटीएस ने 16 नवंबर को सीआरपीएफ जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया था. इनकी निशानदेही पर 5.56 एमएम की 450 राउंड गोली जब्त की गयी थी. 18 नवंबर को कामेंद्र सिंह को पकड़ा गया था. 25 नवंबर को बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में छापेमारी कर बीएसएफ के कांस्टेबल कार्तिक बेहरा, बीएसएफ के रिटायर हवलदार अरुण कुमार सिंह, कुमार गुरलाल, शिवलाल धवल व हिरला गुमान को गिरफ्तार किया गया था.

इनके ठिकाने से 14 पिस्टल, 9,213 राउंड गोली, 21 मैगजीन, खोखा, डेटोनेटर, बाइक व मोबाइल जब्त किये गये थे. पूर्व में यह बात सामने आयी थी कि सिविल ठेकेदार मुजाहिद खान ने माओवादियों को इंसास की 250 राउंड गोलियां दी थी. गोली खरीद के लिए मुजाहिद ने ऋषि को 1.75 लाख रुपये दिये थे. मुजाहिद के साथ संजय सिंह भी नक्सलियों को लाभ पहुंचाता था.

ऋषि कुमार व अविनाश कुमार की निशानदेही पर एटीएस ने रांची जिला के ओरमांझी के चुटूपालू घाटी के समीप से 5.56 एमएम के 450 राउंड गोली बरामद की थी. गोलियां अमन साहू गिरोह को सप्लाई की जानी थी. इसी तरह एटीएस की जांच में यह तथ्य भी सामने आया था कि सीआरपीएफ जवान अविनाश उर्फ चुन्नू पुलवामा में तैनात था. छुट्टी पर घर आने के बाद वह ड्यूटी से चार माह से नदारत था. उसने पूछताछ में जांच एजेंसी को बताया था कि अमन साहू गिरोह व नक्सलिसों को हथियार की सप्लाई की गयी थी.

Posted by : Sameer Oraon

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