झारखंड सरकार गिराने के मामले में गिरफ्तार आरोपी का खुलासा- तीन विधायकों को करोड़ों रूपये देने की हुई थी बात

हालांकि उसने विधायकों के नाम का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उन विधायकों के इंडिगो फ्लाइट के टिकट के पीएनआर नंबर (आइजीसीटी2वी) का उल्लेख किया है, जिस टिकट पर विधायक दिल्ली गये थे. इस पीएनआर नंबर का पता करने पर यह बात सामने आयी कि 15 जुलाई को उक्त टिकट पर पांच लोग दिल्ली गये थे.

By Prabhat Khabar News Desk | July 26, 2021 9:00 AM

Jharkhand government latest news रांची : झारखंड में झामुमो, कांग्रेस व राजद गठबंधन की सरकार को गिराने का प्रयास करने के आरोप में गिरफ्तार पलामू निवासी अभिषेक दुबे ने रांची की कोतवाली पुलिस को स्वीकारोक्ति बयान दिया है. अपने बयान में कहा कि विधायकों की खरीद-फरोख्त कर िवधानसभा में वोटिंग के दौरान सरकार िगराने की थी तैयारी. इसलिए विधायकों को मैनेज किया जा रहा था. उसने कहा कि बोकारो के अमित सिंह, निवारण महतो और उसके साथ झारखंड के तीन विधायक दिल्ली गये थे.

हालांकि उसने विधायकों के नाम का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उन विधायकों के इंडिगो फ्लाइट के टिकट के पीएनआर नंबर (आइजीसीटी2वी) का उल्लेख किया है, जिस टिकट पर विधायक दिल्ली गये थे. इस पीएनआर नंबर का पता करने पर यह बात सामने आयी कि 15 जुलाई को उक्त टिकट पर पांच लोग दिल्ली गये थे.

इनमें बरकट्ठा के निर्दलीय विधायक अमित यादव, उनकी पत्नी सरिता देवी, बरही के कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला, जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी और हर्षवर्धन (उमाशंकर अकेला का करीबी) शामिल है. दूसरे पीएनआर नंबर ओएमजेडएमआरडब्ल्यू के टिकट से अभिषेक दुबे, अमित सिंह व निवारण महतो के अलावा कुमार गौरव दिल्ली गये थे.

उसने कहा है कि दिल्ली एयरपोर्ट पर महाराष्ट्र के विधायक चंद्रशेखर राव का भांजा जयकुमार बेलखेड़े (एनएसजी के असिस्टेंट कमांडेंट से वीआरएस लेकर कोचिंग चला रहा) इनोवा व एक और गाड़ी से रिसिव करने आया था.

वहां से विधायक के साथवाले लोग इनोवा से और वे चार लोग दूसरी गाड़ी से दिल्ली के द्वारिका स्थित होटल गये. वहां से तीनों विधायक इरफान अंसारी, अमित यादव व उमाशंकर अकेला, जय कुमार बेलखेड़े की मर्सिडिज कार से गये. फिर बीजेपी विधायक चंद्रशेखर राव बावनकुले और चरण सिंह के अलावा कई बड़े नेताओं के साथ उनकी मीटिंग करायी. जहां तीनों विधायकों को एडवांस के तौर पर एक करोड़ देने की बात कहीं गयी. लेकिन पैसा नहीं मिलने से तीनों विधायक नाराज हो गये और 16 जुलाई को 3.55 बजे की फ्लाइट से पुनः रांची आ गये. फिर अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र चले गये.

21 जुलाई को जयकुमार बेलखेड़े सहित पांच लोग पहुंचे होटल ली-लैक :

तीनों विधायकों के दिल्ली से रांची लौटने के बाद उनसे लगातार संपर्क में जयकुमार बेलखड़े थे. 21 जुलाई 2021 को जयकुमार बेलखड़े के साथ मोहित भारतीय, अनिल कुमार, जयकुमार शंकरराव, आशुतोष ठक्कर 2:30 की फ्लाइट से रांची पहुंचे और उसी दिन होटल ली-लेक में आकर रुके. साथ में विधायक अमित यादव भी थे.

इन लोगों ने 407, 307, 310 और 611 नंबर कमरा होटल ली-लैक में लिया था. होटल से ही सभी अन्य विधायकों से संपर्क कर रहे थे. यहीं पर जयकुमार बेलखड़े ने अभिषेक दुबे को फोन कर बुलाया था. मामले में वीआइपी न्यूज के पत्रकार कुंदन सिंह व संतोष कुमार का नाम भी कुछ अन्य विधायकों की सेटिंग करने में सामने आ रहा.

जांच के लिए दिल्ली गयी रांची पुलिस

मामले की जांच के लिए रांची पुलिस ने एसआइटी बनाया है. इसमें डीएसपी, इंस्पेक्टर और एसआइ रैंक के अफसर शामिल किये गये हैं. टीम चार भागों में बांटी गयी है. इनमें से एक टीम जांच के लिए दिल्ली रवाना हुई, जबकि रविवार को होटल ली-लैक व रांची एयरपोर्ट भी टीम जांच के लिए गयी थी.

होटल के उन चार कमरों 407, 307, 310 और 611 नंबर की तलाशी ली, जहां 21 जुलाई को महाराष्ट्र के भाजपा विधायक चंद्रशेखर राव के भांजे जयकुमार बेलखड़े के साथ मोहित भारतीय, अनिल कुमार, जयकुमार शंकरराव, आशुतोष ठक्कर (सभी महाराष्ट्र के निवासी) के ठहरे होने की बात कही जा रही है. एक टीम रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट और दूसरी टीम चुटुपालू टोल प्लाजा गयी थी. इन जगहों से फुटेज जुटाने का प्रयास पुलिस कर रही है.

मोहित भारतीय महाराष्ट्र के बड़े बिजनेसमैन हैं

21 जुलाई को रांची के होटल ली-लैक में विधायक चंद्रशेखर राव बाबनकुले के भांजे जय कुमार बेलखड़े के साथ मोहित भारतीय भी ठहरे थे. इनके संबंध में रांची पुलिस को सूचना मिली है कि मोहित महाराष्ट्र के बड़े बिजनेस मैन हैं. भाजपा के कई दिग्गज नेताओं के करीबी बताये जाते हैं. पुलिस इनके बारे में और जानकारी जुटा रही है.

डीएसपी सदर बनाये गये अाइओ

मामले में कोतवाली थाना में दर्ज केस के अनुसंधानकर्ता बदल दिये गये हैं. केस के आइओ रांची के सदर डीएसपी प्रभात रंजन बरबार को बनाया गया है. केस में पीसी एक्ट लगा हुआ है. ऐसे में नियम के तहत अनुसंधानकर्ता डीएसपी रैंक के अफसर को ही बनाया जा सकता है. लेकिन कोतवाली थाना के ट्रेनी दारोगा कमलेश राय को अनुसंधानकर्ता बना दिया गया था. विभाग को गलती का एहसास हुआ तो इसे सुधारा गया.

मंत्री पद के साथ मिला था मुंहमांगा ऑफर : कोंगाड़ी

कांग्रेस के कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने कहा है कि उन्हें सरकार गिराने के लिए मंत्री पद के साथ-साथ मुंहमांगा ऑफर मिला था. जनवरी में ही उन्होंने इसकी सूचना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव को दे दी थी. सरकार गिराने के मामले में गिरफ्तार आरोपी अमित सिंह के साथ विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी की तस्वीर रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई.

महाराष्ट्र बना खेल का मैदान

  • 1. 15 और 16 जुलाई को महाराष्ट्र भाजपा के विधायक चंद्रशेखर राव बवनकुले व चरण सिंह सहित कई बड़े नेताओं के साथ तीनों विधायकों की हुई थी मीटिंग

  • 2. विधायकों को चंद्रशेखर राव बवनकुले का भांजा जयकुमार बेलखेड़े उर्फ बालकुंडे दिल्ली एयरपोर्ट से साथ ले गया था

  • 3. अभिषेक दुबे का कहना है कि जयकुमार ने सबकी फ्लाइट का टिकट कराया था

आरोपी ने पुलिस को दिया बयान : तीन विधायकों को एक-एक करोड़ रुपये पेशगी देने की हुई थी बात

बयान में आरोपी ने किसी का नाम नहीं लिया है, लेकिन टिकट के जिस पीएनआर नंबर की जानकारी दी है उससे विधायक अमित यादव, उमाशंकर अकेला व इरफान अंसारी के दिल्ली जाने की बात सामने आयी है

Posted By : Sameer Oraon

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