मनोज सिंह, रांची :
आकांक्षी जिला के तर्ज पर अब भारत सरकार आकांक्षी प्रखंड का कार्यक्रम भी चलायेगी. पूरे देश में 500 प्रखंडों का चयन इस कार्यक्रम के तहत किया गया है. इसकी सीधी मॉनिटरिंग भारत सरकार करेगी. इसमें झारखंड के 34 प्रखंडों को शामिल किया गया है. भारत सरकार ने चयनित प्रखडों की सूची राज्य सरकार को उपलब्ध करा दी है. यहां विकास के क्या-क्या काम होंगे, इसकी योजना भी दे दी है. मुख्य सचिवों के सम्मेलन में इस स्कीम को लांच किया गया था. चयनित प्रखंडों में मुख्य रूप से स्वास्थ्य एवं पोषण, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास, आधारभूत संरचना और प्रखंड के सामाजिक उत्थान पर काम होगा.
राज्य सरकार की योजनाएं भी चलेगी, स्वास्थ्य और पोषण पर होगा विशेष जोर : इस स्कीम में स्वास्थ्य और पोषण पर विशेष जोर होगा. इस पर 30 अंक दिया गया है. शिक्षा के लिए भी 30 अंक है. कृषि के विकास के लिए 20 तथा आधारभूत संरचना पर 15 अंक रखा गया है. सामाजिक विकास पर पांच अक होगा. भारत सरकार इस काम में आर्थिक सहायता भी देगी. हरेक प्रखंड के लिए एक-एक समन्वयक भी रखे जायेंगे.
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पलामू : हरिहरगंज, गढ़वा : मझिगांव, दुमका : रामगढ़, जरमुंडी, प सिंहभूम : गुडरी, मुसाबनी, टोंटो, गुमला : डुमरी, हजारीबाग : चौपारण, कटकमदाग, गिरिडीह : जमुआ, सरायकेला-खरसांवा : कुकरू, गम्हरिया, सरायकेला, साहिबगंज : मंडरो, जामताड़ा: फतेहपुर, करमाटांड़ विद्यासागर, पाकुड़ : लिट्टीपाड़ा, रामगढ़ : पतरातू , कोडरमा : जयनगर, मरकच्चो, धनबाद : गोविंदपुर, देवघर : देवीपुर , सारवां, कारवां, बोकारो : गोमिया, लातेहार : महुआडांड़, सिमडेगा : बांसजोर, लोहरदगा : किस्को, खूंटी : कर्रा, चतरा : मयूरहंड, और रांची का मांडर प्रखंड शामिल है.