atm cyber crime in jharkhand रांची : विभिन्न बैंकों के एटीएम में हुए फर्जीवाड़े की राशि अब तीन करोड़ से ज्यादा हो गयी है. जैसे-जैसे मामले की जांच बढ़ रही है, गबन की राशि में भी इजाफा हो रहा है. एटीएम में पैसा डालने वाली एजेंसी सीएमएस के इंटरनल ऑडिट में यह खुलासा हुआ है. सीएमएस कंपनी ने सोमवार को रांची के अलावा गुमला, लोहरदगा, डालटेनगंज जिले के संबंधित एटीएम का भी अॉडिट शुरू की है. यदि यहां भी गड़बड़ी मिलती है, तो फर्जीवाड़े की राशि में इजाफा हो सकता है. जानकारी के मुताबिक कैश हैंडलिंग से जुड़े 22 में से 18 कर्मचारी संदिग्ध बताये जा रहे हैं. इनसे भी पूछताछ की जा सकती है.
मालूम हो कि इस मामले में मृत्युजंय मिश्रा व नवीन गौतम के नाम पर डोरंडा थाने में एक करोड़ 45 लाख रुपये गबन करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज है.इस गबन के मामले में मृत्युजंय मिश्रा को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है. वहीं गबन में शामिल नवीन गौतम की गिरफ्तारी के लिये डोरंडा थाना पुलिस लगातार छापामारी कर रही है.
नवीन कंपनी में पिछले कई सालों से कार्य कर रहा था.कंपनी एसबीआइ, बैंक अॉफ इंडिया,यूनियन बैंक, बैंक अॉफ बड़ौदा, एचडीएफसी व एक्सिस बैंक के एटीएम में पैसा डालने का काम देखती है. मामले में सीएमएस के ब्रांच इंचार्ज ने बताया कि मामले में कंपनी की ओर से एटीएम की जांच रांची के अलावा दूसरे जिलों में भी की जा रही है. अब तक तीन करोड़ से ऊपर की राशि के गड़बड़ी की बात सामने आयी है. जांच पूरी होने के बाद सही तथ्य सामने आयेंगे.