Jharkhand News: सावधान! अब मोबाइल पर ऐप की सहायता से साइबर अपराधी लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाल रहे हैं डाका

Jharkhand News: झारखंड में साइबर ठग अलग-अलग तरीकों से साइबर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. कभी बिजली जमा कराने के नाम पर तो कभी ट्रेन टिकट कैंसिल कराने के नाम पर साइबर ठग लोगों की गाढ़ी कमाई हथिया रहे ले रहे हैं. पुलिस के पास इनके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हो चुके हैं. लेकिन ठगी का सिलसिला जारी है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 27, 2022 11:45 AM

साइबर फ्रॉड लगातार ठगी का नया-नया तरीका अपना रहे हैं. देश के अलग-अलग हिस्से में बैठे साइबर फ्रॉड पैसे लौटाने और बिजली बिल जमा कराने के नाम पर राजधानीवासियों से ठगी कर रहे हैं. लोगों के बैंक अकाउंट व क्रेडिट कार्ड से पैसे उड़ा रहे हैं. इससे उनकी गाढ़ी कमाई हाथ से चली जा रही है. पुलिस में शिकायत भी की जाती है. लेकिन, राज्य से बाहर के होने के कारण ठगों तक पहुंचने में पुलिस भी कई बार कामयाब नहीं हो पाती है. ऐसे में हमारी सावधानी ही सुरक्षा है.

क्रेडिट कार्ड के जरिए की पैसों की निकासी

एसबीआइ कार्ड का मैनेजर बता कर साइबर अपराधियों ने कोकर स्थित हैदर अली रोड (बजरंग नगर) निवासी राजीव कुमार के एसबीआइ क्रेडिट कार्ड से 40,399 रुपये की निकासी कर ली. इस मामले में भुक्तभोगी ने सदर थाना में मोबाइल नंबर धारक पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. शिकायतकर्ता के अनुसार, उन्होंने 13 मार्च को आइआरसीटीसी के एेप से दिल्ली से रांची आने के लिए दो टिकट बुक कराया था. इसका भुगतान एसीबीआइ क्रेडिट कार्ड से किया था.

टिकट कैंसल के नाम पर ठगी

वहीं, चार अप्रैल को आइआरसीटीसी ऐप के जरिये ही एक टिकट कैंसिल करवाया. टिकट कैंसिल कराने के बाद भी उनके बैंक अकाउंट में पैसा रिफंड नहीं हुआ. तब उन्होंने एसबीआइ क्रेडिट कार्ड के कस्टमर केयर के नंबर पर फोन किया. साथ ही एसबीआइ कार्ड कस्टमर केयर में इमेल के जरिये शिकायत की. 25 अप्रैल की दोपहर बाद 3.44 बजे राजीव कुमार के मोबाइल पर एक फोन आया. फोन करनेवाले ने खुद को एसबीआइ कार्ड का मैनेजर मनीष बताया.

कैंसिल कराये गये टिकट के 805 रुपये ट्रांसफर करने के नाम पर राजीव कुमार को मोबाइल पर एनी डेस्क एेप डाउनलोड करने को कहा. इसके बाद साइबर अपराधियों ने बातों में उलझा कर उनके एसबीआइ क्रेडिट कार्ड से दो बार में 40,399 रुपये की निकासी कर ली. उन्हें जब मोबाइल पर एसएमएस आया, तब साइबर ठगी का पता चला. इसके बाद सदर थाना में शिकायत की और रांची साइबर सेल में सूचित किया.

बिजली बिल जमा कराने के नाम पर 1.79 लाख की ठगी

साइबर फ्रॉड ने बिजली जमा कराने के नाम पर झारखंड सरकार के कर्मी व चुटिया के कृष्णापुरी निवासी मनोज कुमार से मंगलवार को 1.79 लाख रुपये की ठगी कर ली. मनोज कुमार ने चुटिया थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. जिसमें है कि मनोज कुमार के मोबाइल पर एक मैसेज आया कि आपका पिछले महीना का बिल बाकी है. आज जमा नहीं किया, तो बिजली काट दी जायेगी.

उस मैसेज के नीचे एक मोबाइल नंबर दिया गया था. मनोज कुमार ने मैसेज में दिये नंबर पर फोन किया, तो साइबर अपराधी ने उन्हें क्यूएस ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा. मोबाइल पर ऐप डाउनलोड करने के बाद मनोज कुमार का पूरा मोबाइल हैक कर लिया गया और बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लिये गये.

एटीएम की सुरक्षा को लेकर सीआइडी गंभीर

राज्य में बैंकों की सुरक्षा को लेकर सीआइडी मुख्यालय में एडीजी सीआइडी प्रशांत सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को स्टेट लेबर बैंकर्स कमेटी की बैठक हुई. बैठक में एटीएम की सुरक्षा पर जोर दिया गया. एडीजी ने बताया कि रांची के विभिन्न इलाके में कुछ एटीएम ऐसे हैं, जहां साइबर अपराधियों की नजर होती है. जब वहां कस्टमर पैसा निकालने के जाते हैं, तब पहले साइबर अपराधी नोट निकलने वाले स्थान पर यंत्र लगा देते हैं.

इस कारण ट्रांजक्शन सफल होने पर भी पैसा एटीएम से बाहर नहीं निकलता है. जब कस्टमर परेशान होकर चले जाते हैं, तब साइबर अपराधी यंत्र को हटा पैसे की निकासी कर लेते हैं. ऐसे एटीएम को हॉट स्पॉट के रूप में चिह्नित करने का निर्णय लिया गया. सीआइडी ने बैंक के मुख्य सुरक्षा पदाधिकारी की भी जानकारी भी मांगी है. बैठक में बैंक के गार्ड के हथियार के लाइसेंस की समस्या पर भी चर्चा हुई. बैठक में सीआइडी के एसपी कार्तिक एस समेत विभिन्न बैंकों के मुख्य सुरक्षा पदाधिकारी भी थे.

प्रभात खबर अपील

बिजली बिल जमा कराने या किसी भी तरह के रिफंड या अन्य सुविधाएं देने के नान पर मोबाइल पर कोई भी फोन आये तो सावधानी बरतें. बिजली कंपनियों ने पूर्व में चेताया भी है कि बिजली काटने से संबंधित किसी मैसेज पर रिप्लाई न करें. प्रभात खबर भी आप पाठकों से अपील करता है कि आप ऐसे किसी मैसेज को सच न मानें. पूरी जानकारी लेने के बाद ही कोई ट्रांजेक्शन करें. इससे साइबर फ्रॉड से बच सकेंगे.

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