राजधानी रांची के कांके में जमीन कारोबारी अवधेश पर गोली चलाने में आशुतोष सिंह पर शक
अवधेश ने पांच मिनट में घर से निकलने का आश्वासन दिया था. घर से निकलने से पहले जब अवधेश ने चितरंजन को फोन किया, तब चितरंजन का मोबाइल बंद मिला
कांके थाना क्षेत्र के कांके ब्लॉक के पास 14 सितंबर को जमीन कारोबारी अवधेश पर फायरिंग केस में नया मोड़ सामने आया है. मामले में अवधेश की पत्नी प्रमिला देवी ने अब फायरिंग कराने में आशुतोष सिंह पर संदेह जाहिर किया है. मामले को लेकर मंगलवार को महिला ने पुलिस मुख्यालय में लिखित शिकायत की है. इसमें महिला ने जानकारी दी है कि घटना की सुबह उनके पति को आशुतोष कुमार सिंह ने फोन किया था. इसी दौरान आशुतोष ने कहा था कि आज तुम्हारा चितरंजन के साथ मीटिंग है.
चितरंजन पीपर टोली स्थित अपने घर में मिलने के लिए तुम्हारा इंतजार कर रहा है. इसलिए जल्दी करो. तब अवधेश ने पांच मिनट में घर से निकलने का आश्वासन दिया था. घर से निकलने से पहले जब अवधेश ने चितरंजन को फोन किया, तब चितरंजन का मोबाइल बंद मिला. इसके बाद अवधेश ने आशुतोष कुमार सिंह से कहा कि चितरंजन का मोबाइल बंद बता रहा है. इस पर आशुतोष ने कहा कि मुझसे चितरंजन की बात हुई है, तुम जल्दी जाओ. बातचीत के बाद जब अवधेश घर से निकल कर 500 मीटर दूर पहुंचे, तब उन पर फायरिंग की गयी.
प्रमिला देवी के अनुसार मीडिया के माध्यम से उन्हें यह पता चला है कि चितरंजन एक सितंबर 2023 से पटना के बेउर जेल में बंद है. इसलिए महिला को इस बिंदु पर आशंका है कि गोलीकांड के पीछे आशुतोष सिंह का हाथ है. प्रमिला देवी के अनुसार आशुतोष सिंह अवधेश की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे. आशुतोष सिंह ने गतिविधियों की जानकारी चितरंजन को दी. इसके बाद घटना को अंजाम दिया गया. इसलिए महिला ने मामले में मोबाइल नंबर की गहराई से जांच कराने की मांग है. महिला के अनुसार अस्पताल में उनके पति का बयान मोबाइल पर कांके थाना के एक सब इंस्पेक्टर ने रिकॉर्ड किया था. इसलिए महिला ने रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराने की मांग की है. महिला के अनुसार इस केस में अन्य लोगों की भी भूमिका हो सकती है. इसलिए उन्होंने पुलिस से मामले की गहराई से जांच करने की मांग की है.
चितरंजन को बेऊर जेल से लाया जायेगा रांची
जमीन कारोबारी अवधेश पर गोली से जानलेवा हमला कराने का मुख्य आरोपी चितरंजन को बेऊर जेल से रांची लाया जायेगा. इसके लिए एसएसपी चंदन सिन्हा के आदेश पर कांके पुलिस ने मंगलवार को सीजेएम मिथिलेश कुमार सिंह की अदालत में प्रोडेक्शन वारंट के लिए आवेदन दिया. उस प्रोडेक्शन वारंट का आवेदन बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार भेजा गया, वहां से पत्र बेऊर जेल भेज दिया गया है. पत्र इमेल के माध्यम से बेऊर जेल भी पहुंच गया है. चितरंजन पर पटना में अवैध शराब के मामले में गांधी मैदान थाना में 30 अगस्त 2023 को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. उसी मामले में उसे गिरफ्तार कर बेऊर जेल भेजा गया था.