सीयूजे: नेक्स्ट जनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम पर जागरूकता कार्यक्रम
केंद्रीय विवि, झारखंड (सीयूजे) के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग द्वारा सोमवार को सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआइ) के सहयोग से एसटीपीआइ की नेक्स्ट जनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम (एनजीआइएस) पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया.
रांची. केंद्रीय विवि, झारखंड (सीयूजे) के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग द्वारा सोमवार को सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआइ) के सहयोग से एसटीपीआइ की नेक्स्ट जनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम (एनजीआइएस) पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया. इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स और आइटी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्थापित भारत के सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क के संयुक्त निदेशक डॉ आरसी मीणा एवं सहायक निदेशक शुभ मिश्रा थे. कार्यक्रम में अर्थव्यवस्था के लिए आइटी की भूमिका, आइटी बुनियादी ढांचे, आइटी सेवाएं, इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर, स्टार्ट-अप, एसटीपीआइ द्वारा दी जाने वाली योजनाएं आदि विषयों पर चर्चा की गयी. समन्वय डॉ. प्रज्ञान पुष्पांजलि और डॉ नितेश भाटिया ने किया. कार्यक्रम में अर्थव्यवस्था के लिए आइटी की भूमिका, आइटी बुनियादी ढांचे, आइटी सेवाएं, इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर, स्टार्ट-अप, एसटीपीआइ द्वारा दी जाने वाली योजनाएं आदि विषयों पर चर्चा की गयी. डॉ. मीना ने यह भी बताया कि कैसे एसटीपीआइ आगे बढ़ने के इच्छुक युवाओं और आइटी के क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू करने के इच्छुक लोगों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. उन्होंने स्टार्ट-अप के विचार/उत्पाद को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंच के साथ-साथ प्रस्तावित तकनीकी सलाह, इंटर्नशिप, सीड मनी, फंडर नेटवर्किंग आदि के बारे में जानकारी दी.
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